पाकिस्तान होते हुए किर्गिस्तान जाएंगे पीएम मोदी, एयरस्पेस खोलने को राजी इमरान सरकार
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने भारत के अनुरोध को मानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपना एयरस्पेस खोलने का फैसला किया है। पाक ने 10 जून को यह फैसला किया है। अब पीएम मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में होने वाले शंघाई को-ऑपरेशन र्ऑर्गनाइजेशन (एसीसीओ) समिट के लिए पाक से होकर जा सकेंगे। भारत की ओर से पाक से इस बाबत अनुरोध किया था। इसके बाद एक मीटिंग में पाक ने भारत को इसकी मंजूरी दी है। इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए भी पाक ने इसी तरह का फैसला लिया था। बिशकेक में 13 और 14 जून को एससीओ समिट का आयोजन होना है और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भी इसमें शिरकत करेंगे।
बालाकोट के बाद से बंद है एयरस्पेस
पाकिस्तान ने 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद एयरस्पेस को पूरी तरह से बंद कर दिया था। उसके बाद से ही पाकिस्तान ने सिर्फ दो रास्तों को खोलकर ही रखा है और दोनों रास्ते दक्षिणी पाकिस्तान से होकर गुजरते हैं। जबकि कुल 11 रास्ते पाकिस्तान के एयरस्पेस के तहत आते हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि इमरान खान की सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर भारत को पाक एयरस्पेस का प्रयोग करने की मंजूरी दी है। पाक सरकार के एक अधिकारी की ओर से बताया गया, ' एक बार प्रक्रियाओं से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं इसके बाद भारत की सरकार को इस बाबत सूचना दे दी जाएगी। सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) को भी इसके तहत एयरमेन को सूचित करना होगा।' इस अधिकारी की मानें तो पाकिस्तान को इस बात की उम्मीद है कि भारत उसकी ओर से दिए गए शांति वार्ता के प्रस्ताव का जवाब जरूर देगा।
शांति प्रस्ताव का जवाब देगा भारत
इस अधिकारी की ओर से बताया गया कि हाल ही में पीएम इमरान ने अपने भारतीय समकक्ष को चिट्ठी लिखकर हर तरह के विवादों के समाधान पर जोर दिया। इमरान ने पीएम मोदी से अपील की थी कि पाकिस्तान के लिए कश्मीर समेत हर मुद्दे का समाधान जरूरी है। अधिकारी की मानें तो पाकिस्तान को अभी तक उम्मीद है कि भले ही दोनों देशों के पीएम एससीओ सम्मेलन में न मिल रहे हों लेकिन भारत, शांति के प्रस्ताव का जवाब जरूर देगा। गौरतलब है कि पीएम मोदी और इमरान के बीच एससीओ समिट से अलग कोई भी द्विपक्षीय मुलाकात नहीं होनी है।
सुषमा के लिए भी खोला था एयरस्पेस
पाकिस्तान ने इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए अपना एयरस्पेस खोला था। सुषमा 20 और 21 मई को बिशकेक के लिए रवाना हुई थी।बिशकेक में एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों का सम्मेलन था। इस सम्मेलन में सुषमा के साथ ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी हिस्सा लिया था। अगर पाकिस्तान की ओर से यह मंजूरी नहीं दी जाती तो सुषमा को किर्गिस्तान पहुंचने में करीब आठ घंटे लगते। पाक की मंजूरी के बाद सिर्फ चार घंटे में ही सुषमा किर्गिस्तान पहुंच गईं।
भारत ने एयरस्पेस से हटाई पाबंदिया
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही तनाव बरकरार है। जहां भारत ने 31 मई को भारतीय एयरस्पेस पर लगी तमाम पाबंदियों को हटा लिया है तो वहीं पाकिस्तान ने प्रतिबंधों को 15 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से बंद एयरस्पेस सुषमा के लिए पाकिस्तान की ओर से मंजूरी तब आई थी जब खुद उसके देश में हजारों ट्रैवलर्स को एयरस्पेस बंद होने की वजह से टिकट कैंसिल कराने पड़ रहे हैं, फ्लाइट्स में देरी और महंगे टिकट्स जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है।