पाकिस्तान ने UNHRC में छेड़ा कश्मीर का राग, राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला का हुआ जिक्र
जेनेवा। स्विट्जरलैंड के शहर जेनेवा में इस सयम आज यूनाइटेड नेशंस के मानवधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) का 42वां सत्र चल रहा है।पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यहां पर कश्मीर का मुद्दा उठाया। कुरैशी ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप यहां पर लगाया है। पाक ने डॉजियर सौंपा है और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयानों का जिक्र है। पांच अगस्त को भारत सरकार ने एक एतिहासिक फैसले के तहत जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटा दिया था।
क्या है डॉजियर में
पाक ने 115 पेज का डॉजियर सौंपा है। यह डॉजियर लोकल मीडिया के हाथ लग गया है। डॉजियर में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के संदर्भ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया उमर अब्दुल्ला के बयानों का जिक्र किया गया है। डॉजियर के कवर पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटोग्राफ है। इसके अलावा कुछ और फोटोग्राफ्स हैं और पाक का दावा है कि ये फोटोग्राफ्स कश्मीर के हैं। कुरैशी ने अपने संबोधन में बीबीसी की एक रिपोर्ट का जिक्र तक कर दिया है। जो बात सबसे ज्यादा हैरान करने वाली है उसके तहत विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत पर आतंकवाद का सहारा लेकर कश्मीर मसले से दुनिया का ध्यान हटाने की बात कही है।
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बताया भारत का राज्य कश्मीर
पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा है कि भारत ने कश्मीर को बिल्कुल जेल की तरह कर दिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के हालातों की तुलना रवांडा से कर डाली है। कुरैशी की मानें तो अगर भारत ने पीओके में कुछ करने की कोशिश की तो फिर पाकिस्तान किसी बाहरी एजेंसी को यहां तक आने की इजाजत दे देगी। जो बात गौर करने वाली है वह है कि पाकिस्तान के मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर को भारत का राज्य कहकर संबोधित किया है। यह पहला मौका है जब ऑन द रिकॉर्ड पाक के किसी मंत्री ने कश्मीर के लिए यह बात कही है।
भारत भी देगा जवाब
अब से कुछ घंटों बाद भारत भारत की तरफ से इस पर बयान जारी किया जाएगा। 'राइट ऑफ रिप्लाई' का प्रयोग कर भारत, पाक की तरफ से उठाए गए कश्मीर मसले पर अपनी बात रखेगा। भारत के प्रतिनिधिदल की अगुवाई विदेश मंत्रालय के सचिव कर रहे हैं। जबकि प्रतिनिधिमंडल में पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया समेत विदेश मंत्रालय के कुछ और अधिकारी भी हैं। भारत ने इस सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर को ने भेजने का फैसला किया था क्योंकि भारत सरकार पाकिस्तान के उन प्रयासों को तवज्जो नहीं देना चाहती है जिनके जरिए कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण किया जाएगा।
भारत से प्रतिबंधों में ढील की अपील
सोमवार को शुरुआती सत्र के दौरान यूएनएचआरसी की कमिश्नर माइकल बैश्लेट ने कहा है कि उन्होंने भारत से अपील की है कि जम्मू कश्मीर में जारी प्रतिबंधों में ढील दी जाए। लोगों को मौलिक सेवाएं मुहैया कराई जाएं क्योंकि यह वहां के लोगों का अधिकार है।