देखिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की वह चिट्ठी जिसमें उन्होंने मानी आतंकवाद की बात!
इस्लामाबाद। गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी सामने आई थी। इस चिट्ठी में उन्होंने पीएम मोदी से दोनों देशों के बीच रुकी हुई शांति वार्ता को दोबारा शुरू करने की वकालत की थी। इमरान ने जिन मुद्दों पर बातचीत की इच्छा जाहिर की उसमें आतंकवाद का मुददा भी शामिल था। पाक जो हमेशा इस बात से कतराता आया है कि वह आतंकवाद का समर्थन करता है, उसके ही पीएम की एक चिट्ठी ने उसकी असलियत को सामने लाकर रख दिया। पाकिस्तान में इमरान की इस चिट्ठी के आने के बाद उनकी काफी चर्चा हो रही है।
|
जब आतंकवाद नहीं तो फिर चर्चा क्या
इमरान ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि पाकिस्तान, भारत के साथ आतंकवाद पर चर्चा करने को तैयार है। पाकिस्तान के जर्नलिस्ट सैयद तलत हुसैन की ओर से इमरान की चिट्ठी का ट्वीट किया गया जो भारत की ओर से जारी हुई थी। हुसैन ने अपनी ट्वीट में लिखा, 'भारतीयों ने आधिकारिक चिट्ठी को जारी कर दिया है और इस चिट्ठी ने हमें शर्मसार कर दिया है। साथ ही पीएम चाहते हैं कि विदेश मंत्री स्तर की वार्ता हो जो कि बिल्कुल ही बचकाना है। और हमे भारत से आतंकवाद के तहत क्या चर्चा करेंगे? इसे कृप्या विस्तार से बताएं।' इमरान की ओर से यह चिट्ठी 14 सितंबर को लिखी गई थी। इसके तीन दिन बाद यानी 17 सितंबर को जम्मू में पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ जवान का शव भारत को मिला था। यह जवान कुछ दिन पहले गायब हो गया था और जो शव मिला उसके साथ काफी बर्बरता की गई थी।
भारत पर लगाया आरोप
पाकिस्तान सरकार की ओर से शुक्रवार को भारत के बातचीत कैंसिल करने के फैसले के बाद एक आधिकारिक बयान जारी किया गया था। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत आतंकवाद पर झूठी अफवाहें फैला रहा है। भारत कश्मीर के लोगों पर जारी अपराधों को छिपा नहीं सकता है और न ही उनके अधिकारों को दबा सकता है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने द्विपक्षीय संबंधों के स्वरूप को बदलने के लिए मिले एक और मौके को गंवा दिया है, वह मौका जो दोनों देशों को शांति और विकास के रास्ते पर ले जा सकता था।
मिलिट्री का बचाव कर रहे इमरान खान
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चीफ इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने कहा कि 'पिछले दिनों बीएसएफ के जवान की हत्या में पाकिस्तान की मिलिट्री का कोई रोल नहीं है।' बयान में आगे कहा गया है कि भारत की ओर से 24 घंटें के अंदर विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता को कैंसिल करने का फैसला किया गया और इसके पीछे जो वजहें बताई गई हैं वे काफी अतार्किक हैं। बयान के मुताबिक जो कुछ भी हुआ है वह काफी निराशाजनक है। पाकिस्तान सरकार की ओर से कहा गया कि पाक रेंजर्स ने बीएसएफ को इस बात की जानकारी दे दी है कि बीएसएफ जवान की हत्या में उसका कोई रोल नहीं है और न ही मिलिट्री का इसमें कुछ लेना-देना है।