इमरान खान बोले भारत के साथ संबंध दक्षिण एशिया और पाकिस्तान की एकमात्र समस्या
बीजिंग। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि भारत के साथ उनके देश के संबंध ही क्षेत्र के लिए एकमात्र समस्या बने हुए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं भारत के साथ संबंध इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं। इमरान ने यह बात चीन में कही है जहां पर वह दूसरे बेल्ट एंड रोड फोरम में हिस्सा लेने के लिए गए हैं। इमरान ने इसके साथ ही भारत में जारी लोकसभा चुनावों का जिक्र किया है। इमरान ने उम्मीद जताई कि भारत के साथ संबंध चुनावों के बाद बेहतर हो सकेंगे।
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चुनावों के बाद बेहतर होंगे संबंध
इमरान शुक्रवार को चाइना इंटरनेशनल कल्चरल कम्यूनिकेशन सेंटर को संबोधित कर रहे थे। यहां पर उन्होंने कहा कि जब तक शांति और स्थिरता नहीं होगी, तब तक पाकिस्तान के लिए आर्थिक संपन्नता बहुत मुश्किल होगी। पाकिस्तान की सरकार अभी इस दिशा में ही काम कर रही है। इमरान के शब्दों में, 'अभी जो एकमात्र समस्या है, वह है भारत के साथ हमारे संबंध। लेकिन हमें उम्मीद है कि चुनावों के बाद, भारत के साथ भी हमारे संबंध बेहतर हो सकेंगे।' भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की वजह से संबंध बहुत तनावपूर्ण हो गए हैं। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इन हमलों का जवाब देते हुए भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट पर हवाई हमला किया था। हमला जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाते हुए किया गया था। इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के 12 मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने जैश कि अड्डों को निशाना बनाया था।
इमरान ने दिया था पीएम मोदी पर बयान
पिछले दिनों इमरान खान ने एक बयान देकर सनसनी फैला दी थी। इमरान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह दिया था कि अगर नरेंद्र मोदी साल 2019 में, लोकसभा चुनावों में जीतकर फिर से भारत के पीएम बनते हैं तो फिर शांति वार्ता के बेहतर मौके होंगे। इमरान के मुताबिक भारत की अगली सरकार विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में बनती है तो शायद यह पार्टी कश्मीर पर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की कोई सुलह करने में डरेगी क्योंकि उसे विरोध की आशंका सताएगी। इमरान ने कहा, 'शायद अगर बीजेपी जो कि एक राइट विंग पार्टी है, जीतती है तो फिर कश्मीर पर किसी तरह की सुलह संभव है।
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