इमरान खान बोले, भारत-पाक के रिश्ते सबसे बुरे दौर में, पीएम मोदी से की अपील
बिशकेक। किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से पाकिस्तान पीएम इमरान खान को नजरअंदाज किया, उसने हर तरफ सुर्खियां बटोरीं। पाक पीएम से हैंडशेक तो दूर पीएम मोदी ने उनकी तरफ देखा तक नहीं। इस घटना से पहले इमरान खान रूस की न्यूज एजेंसी स्पूतनिक को इंटरव्यू दे चुके थे। इमरान मान चुके थे कि भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते सबसे बुरे दौर में हैं। आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बुरे दौर में चल रहे हैं।
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संबंधों को बेहतर करने की हो कोशिश
इमरान और पीएम मोदी गुरुवार को किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में थे। यहां पहुंचने से पहले पाक पीएम इमरान खान ने रूस की न्यूज एजेंसी स्पूतनिक को इंटरव्यू दिया। इमरान ने इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि पीएम मोदी उन्हें हाल के चुनावों में मिले विशाल जनादेश का फायदा उठाएंगे और कश्मीर समेत सभी विवादों को सुलझाने की कोशिश करेंगे। इमरान की मानें तो एससीओ समिट ने उन्हें एक मौका दिया है कि वह भारतीय नेतृत्व से बात करके दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों को बेहतर कर सकें। इमरान की मानें तो भारत के साथ रिश्तों को सुधारने के लिए एससीओ ने उन्हें एक नया माहौल दिया है।
कश्मीर की वजह से मतभेद
इमरान की मानें तो भारत के साथ मतभेद की मुख्य वजह कश्मीर है। अगर दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष और सरकारें इसे सुलझाने का फैसला लेती हैं तो यह मुद्दा हल हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि भारत ने इस दिशा में अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया है। इसके बाद इमरान ने कहा कि उन्हें आशा है कि पीएम मोदी को लोकसभा चुनावों में जो विशाल जनादेश मिला है, उसका प्रयोग वह बेहतर संबंधों का निर्माण करने के लिए करेंगे, जिससे उपमहाद्वीप में शांति लौट सके। इमरान के मुताबिक पैसों को हथियार खरीदने की जगह गरीबी दूर करने में खर्च करना चाहिए।
मोदी ने किया इमरान को नजरअंदाज
इमरान ने कहा, 'वर्तमान समय में भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध शायद सबसे बुरे दौर में है।' इसके बाद उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों, खासतौर पर भारत के साथ शांति चाहता है। उन्होंने इा बात पर भी जोर दिया कि छोटे युद्धों ने दोनों देशों को नुकसान पहुंचाया और इसकी वजह से अब ये गरीबी का सामना करने को मजबूर हैं। इमरान खान और पीएम मोदी गुरुवार को बिशकेक में आमने-सामने थे। जहां पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की तो उन्होंने इमरान से हाथ मिलाना तक बेहतर नहीं समझा। दोनों नेता एक दूसरे के सामने आए लेकिन इसके बाद भी कोई दुआ सलाम नहीं हुआ।
जिनपिंग के साथ मीटिंग में पाक का जिक्र
पीएम मोदी ने गुरुवार को भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करते समय पाकिस्तान समर्थिक आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। मोदी ने जिनपिंग के साथ मुलाकात में इस बात को साफ कर दिया था कि भारत यह उम्मीद करता है पाकिस्तान बातचीत की बहाली के लिए आतंकवाद मुक्त माहौल का निर्माण करेगा। इमरान खान की मानें तो दोनों देशों को शांति पर जोर देना चाहिए और साथ ही वार्ता के जरिए मतभेदों को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए।