पाकिस्तान के PM इमरान खान का अजब-गजब बयान, बोले- Coronavirus के लक्षण नजर आएं तो भी घर पर रहें
इस्लामाबाद। भारत समेत दुनिया के तमाम देश नागरिकों से अपील कर रहे हैं कि खतरनाक कोरोना वायरस या कोविड-19 के लक्षण नजर आने पर तुरंत टेस्ट करवाएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भी लोगों से यही कहा है। मगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अलग ही राह पर चल निकले हैं। टीवी पर महामारी के संकट के बीच जनता को संबोधित करने आए इमरान ने देशवासियों से कहा है कि अगर उनमें कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं तो भी डरे नहीं और घर पर ही रहें। सोशल मीडिया पर पाक यूजर्स ने अपने पीएम को इस बयान पर घेर लिया है।
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97 प्रतिशत लोगों के ठीक होने का दावा
मंगलवार रात इमरान का जनता के नाम संबोधन प्रसारित हुआ। अपने इस एड्रेस में इमरान ने ऐसे-ऐसे दावे किए हैं जो अभी तक कहीं भी नहीं किए गए। इमरान ने दावा किया कि 97 प्रतिशत लोग जिनके कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आए हैं, वे पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। 90 प्रतिशत लोगों को सामान्य बुखार की ही तरह हल्का बुखार महसूस हो सकता है। उनका कहना था कि ऐसे लोग जो वृद्ध हैं और पहले से किसी बीमारी से शिकार हैं, उन पर खतरा ज्यादा है। इमरान के मुताबिक अगर हजारों में चार से पांच प्रतिशत लोग भी अगर कोरोना के मरीज निकल आए तो फिर स्वास्थ्य सुविधाओं पर बोझ बढ़ जाएगा।
अस्पतालों की तरफ टेस्टिंग के लिए न भागें
खान ने अपील की है कि सिर्फ बूढ़े और ऐसे लोग जिन पर खतरा ज्यादा है, सिर्फ उन्हें ही सही इलाज की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'कृप्या, अस्पतालों की तरफ टेस्टिंग के लिए न भागें। अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है मगर इसके बाद भी उतने संसाधन नहीं है कि वह कोरोना वायरस के लिए हर किसी का टेस्ट करे। दुनिया के किसी भी देश के पास इतने संसाधन या फिर उपकरण नहीं हैं जहां पर हर उस इंसान की टेस्टिंग की जा सके जिसे खांसी आ रही है।' कोरोना की वजह से अब तक दुनिया में 7,000 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग संक्रमित हैं, मगर खान ने इसे जानलेवा मानने से इनकार कर दिया है।
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संक्रमण की आशंका पर भी घर में रहने की नसीहत
उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर लोगों को आशंका है कि वे किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आ गए हैं तो भी वे घरों में ही रहें। उनका कहना था कि अस्पताल की तरफ भागने की जगह लोग घर पर ही रहकर अपने लक्षणों को परखे। इमरान खान के संबोधन पर लोग उन्हें असंवेदनशील तक करार दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि इमरान खान इस महामारी की गंभीरता को मानने से इनकार कर रहे हैं।
यूरोप की तरह शटडाउन नहीं कर सकते
पाकिस्तान में मंगलवार तक कोरोना के 237 मामले सामने आ चुके हैं। इमरान ने कहा है कि यूरोपियन देशों की तरह पाक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए शटडाउन जैसे विकल्पों को अपना नहीं सकता है। उनका कहना था कि देश की अर्थव्यवस्था पहले ही बिखरी हुई है। अगर शहरों को यूरोपियन देशों की तर्ज पर लॉकडाउन कर दिया गया तो फिर लोग भूख से मर जाएंगे।