जम्मू कश्मीर की नई Domicile policy पर UNSC जा पहुंचा पाकिस्तान, बोला-भारत कर रहा स्थिति बदलने की कोशिश
इस्लामाबाद। पाकिस्तान एक बार फिर से जम्मू कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की शरण में जा पहुंचा है। एक तरफ जहां भारत समेत पूरी दुनिया कोविड-19 से निबटने के तरीकों पर चर्चा कर रहा है तो प्रधानमंत्री इमरान खान की सुई अभी तक जम्मू कश्मीर पर ही अटकी है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पर पिछले दिनों गृह मंत्रालय की तरफ से नई डोमिसाइल नीति लाई गई है। पाक को इस नीति की वजह से मिर्ची लगी हुई है और उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएनएससी में भारत पर इसकी वजह से कई आरोप लगा दिए हैं।
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पाक विदेश मंत्री की तीन पेज वाली चिट्ठी
पाक विदेश मंत्री कुरैशी की तरफ से एक चिट्ठी यूएनएससी को लिखी गई है। इस चिट्ठी में कुरैशी ने आरोप लगाया है कि भारत, कोरोना वायरस की स्थिति का लाभ उठाते हुए कश्मीर की स्थिति को बदलने की कोशिशों में लगा हुआ है। कुरैशी की यह चिट्ठी रविवार को यूएनएससी में पहुंची है। तीन माह पहले ही यूएनएससी में चीन की तरफ से कश्मीर पर लाए गए एक प्रस्ताव को खारिज किया जा चुका था। मगर इसके बाद भी पाक की तरफ से तमाम कोशिशों को अंजाम दिया जा रहा है। भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय को अभी पाक की इस हरकत का जवाब देना है। भारत के अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि पाक ने तीन पेज की चिट्ठी जम्मू कश्मीर को लेकर लिखी है और इसका सही समय आने पर जवाब दिया जाएगा।
क्या है नया Domicile कानून
यह चिट्ठी उसी समय यूएनएससी को भेजी गई है जब पाक पीएम इमरान खान एक वीडियो मैसेज में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील कर रहे थे कि कोविड-19 के प्रभावों का सामना करने में उनके देश की मदद की जाए। पाक के विदेश मंत्री ने यह चिट्ठी यूएनएससी के वर्तमान मुखिया जोस सिंगर को भेजी है। जोस, डॉमनिकन रिपब्लिकन की तरफ से स्पेशल दूत नियुक्त किए गए हैं और इस समय यह देश ही यूएनएससी की मुखिया है। भारत की तरफ से पिछले माह नई डोमिसाइल नीति जम्मू कश्मीर के लिए लाई गई है। इस नई नीति को सभी सरकारी नौकरियों में लागू किया जाएगा। नई नीति में सरकार ने उस मांग को मान लिया गया है जिसमें यह कहा गया था कि जिनकी जिंदगी जम्मू कश्मीर में बीती है उन्हें भी यहां का नागरिक माना जाए। इसके अलावा जो लोग 15 वर्षों से केंद्र शासित प्रदेश में रह रहे हैं, उन्हें भी यहां का नागरिक माना जाएगा।