पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बोले, समय आ गया, ट्रंप कश्मीर पर किया अपना वादा पूरा करें
इस्लामाबाद। जम्मू कश्मीर के ताजा हालातों के बीच ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मदद की मांग की है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से एलओसी पर तनाव के हालात हैं। ट्रंप ने 22 जुलाई को इमरान के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी और यहां पर उन्होंनक पहली बार कश्मीर मामले में मध्यस्थता का जिक्र किया था।
|
ट्रंप को याद दिलाया प्रॉमिस
पाकिस्तान के पीएम इमरान ने ट्वीट किया और ट्रंप को उनका वादा याद दिलाया। इमरान खान ने लिखा, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने वादा किया था कि वह कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करेंगे। अब समय आ गया है जब वहां हालात बिगड़ रहे हैं और एलओसी पर भी भारत की सेनाएं आक्रामक हो रही हैं। इसकी वजह से एक क्षेत्रीय संकट पैदा हो सकता है।' इमरान ने इसके साथ ही कश्मीर मसले की यूएनएससी मसौदे के तहत हल करने की मांग भी कर डाली।
10 दिन बाद फिर ट्रंप कश्मीर पर अटके
पिछले माह इमरान खान और ट्रंप की जब मुलाकात हुई तो उस समय ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप की अपील की है। ट्रंप के इस दावे को विदेश मंत्रालय ने सिरे से नकार दिया। मंत्रालय ने कहा पीएम मोदी ने इस तरह का कोई भी अनुरोध नहीं किया है और भारत- पाकिस्तान के बीच सभी मसले सिर्फ द्विपक्षीय तौर पर ही हल हो सकते हैं। लेकिन 10 दिन बाद ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया है कि यह भारत और पाकिस्तान पर है कि दोनों देश कैसे कश्मीर का मुद्दा सुलझाते हैं।
ट्रंप का नया ऑफर
ट्रंप ने कहा अगर भारत-पाकिस्तान चाहें तो वह दशकों पुराने इस मसले को सुलझाने के लिए तैयार हैं। व्हाइट हाउस में मीडिया से ट्रंप ने कहा, 'सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्भर है कि वह मध्यस्थता की पेशकश स्वीकार करते हैं या नहीं।' ट्रंप ने रिपोर्ट्स के सामने यह बात उस समय कही जब उनसे पूछा गया था कि क्या भारत ने कश्मीर पर उनके मध्यस्थता के प्रस्ताव को स्वीकार किया है या नहीं। ट्रंप के इस नए ऑफर को भी नई दिल्ली ने सिरे से खारिज कर दिया।
अगले कुछ दिनों में बिगड़ेंगे हालात!
भारत-पाक के बीच एलओसी पर लगातार तनाव जारी है। पिछले दिनों भारत की सेना ने पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के हमले को नाकाम किया। सेना ने पाकिस्तान के सात आतंकियों को ढेर किया था। कश्मीर में जारी हालातों पर जहां पूरे देश में सुगबुगाहट है तो वहीं केंद्र सरकार ने एकदम मौन धारण किया हुआ है। सूत्रों की ओर से कहा गया है कि एलओसी पर आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। सेना किसी भी तरह की चुनौती से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।