पाकिस्तान: मौत की सजा पाए पूर्व सेनाध्यक्ष परवेज मुशर्रफ को है यह खतरनाक बीमारी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के इतिहास में मंगलवार को पहली बार कोर्ट ने किसी पूर्व सेनाध्यक्ष को मौत की सजा सुनाई। पाकिस्तान की स्पेशल कोर्ट की तीन सदस्यों वाली बेंच ने पूर्व सेनाध्यक्ष परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह के मामले में मौत की सजा का ऐलान कर दिया है। चीफ जस्टिस वकार अहमद सेठ की तरफ से इस सजा का ऐलान किया गया है। मुशर्रफ इस समय दुबई में हैं और उन्हें तीन नवंबर 2007 को देश में आपातकाल लगाने के एवज में सजा सुनाई गई है। पाक मीडिया की ओर से इस वर्ष मार्च में जानकारी दी गई थी कि मुशर्रफ को एक दुर्लभ बीमारी की वजह से हुए रिएक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाज के लिए लंदन तक गए थे मुशर्रफ
18 मार्च को मुशर्रफ की हालत अचानक बिगड़ गई थी और फिर उन्हें अस्पताल लाया गया, उनकी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के प्रेसीडेंट अफजल सिद्दीकी ने बताया था कि मुशर्रफ को एमीलॉयडोसिस नामक बीमारी हो गई है और इसका इलाज चल रहा है। पार्टी के अनुसार उन्हें डाक्टरों ने पूरी तरह से स्वस्थ होने तक पूर्ण आराम करने की हिदायत दी है। पूर्व राष्ट्रपति को यह बीमारी पिछले साल अक्टूबर में हुई थी और इसकी वजह से उनके तंत्रिका तंत्र को कमजोर कर दिया था। उस समय लंदन में उनका इलाज हुआ था।
भुट्टो की हत्या के आरोपी
सिद्दीकी ने बताया कि एमीलॉयडोसिस की वजह से शरीर के विभिन्न अंगों में प्रोटीन जमना शुरू हो जाता हैं। इसकी वजह से उन्हें खड़े होने और चलने में तकलीफ है। उन्होंने कहा कि इसके इलाज में पांच छह महीने का वक्त लग सकता है और पूरी तरह सेहतमंद होने के बाद मुशर्रफ का पाकिस्तान वापस जाने का इरादा है। मुशर्रफ ने साल 1999 से 2008 तक पाकिस्तान में राज किया था और बेनजीर भुट्टो और लाल मस्जिद के इमाम की हत्या के बाद उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।
सुनाई गई मौत की सजा
मुशर्रफ 2016 से ही दुबई में रह रहे हैं। उन पर साल 2007 में संविधान को निलंबित करने के सिलसिले में देशद्रोह का मामला चलाया जा रहा है। 31 मार्च 2014 को मुशर्रफ मामले में दोषी ठहराए गए थे। इसी वर्ष सितंबर में स्पेशल कोर्ट के सामने अभियोजन पक्ष की तरफ से सभी सुबूत पेश किए गए थे। मुशर्रफ अपने इलाज का बहाना करके दुबई गए थे और तब से वह सुरक्षा एवं स्वास्थ्य कारणों से वापस नहीं लौटे।
जैश कराता था भारत में धमाके
पुलवामा आतंकी हमले के बाद मुशर्रफ का एक इंटरव्यू काफी वायरल हुआ था। इस इंटरव्यू में उन्हें कहते हुए सुना जा सकता था कि उनके कार्यकाल के दौरान सरकार के कहने पर जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने भारत में ब्लास्ट को अंजाम दिया था। मुशर्रफ ने यह बात पाकिस्तान के जर्नलिस्ट नदीम मलिक को दिए इंटरव्यू में कही थी। मुशर्रफ ने कहा था कि यह वही संगठन था जिसने पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहते हुए उन पर हमला कर हत्या का प्रयास किया था।