Pakistan: गिलगित-बालिस्तान में इमरान खान के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन, चुनाव में धांधली का आरोप
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के तहत आने वाले गिलगित-बाल्टिस्तान में एक बार फिर इमरान और उनकी सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने इमरान सरकार पर आरोप लगाया है कि हाल ही में यहां पर जो प्रांतीय सभा के चुनाव हुए हैं उनमें जमकर धांधली हुई है। प्रदर्शनकारियों ने गुस्से और हताशा में टायर जलाए और सड़कों तक को जाम कर दिया।
22 नवंबर को हुए थे चुनाव
इमरान की पार्टी पीटीआई को गिलगित-बाल्टिस्तान की 23 विधानसभा सीटों में से अधिकांश पर जीत हासिल हुई है और वह सरकार बनाने की तरफ बढ़ रही है। पीटीआई 22 नवंबर को हुए चुनाव के रूझानों से संकेत मिल रहे हैं कि पीटीआई 10 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है। इसके बाद सात निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिलती दिख रही है। वहीं, डॉन अखबार ने बताया कि पीपीपी ने तीन सीटें जीतीं हैं। पीएमएल-एन को दो और पीटीआई के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही मजलिस वाहदतुल मुस्लीमीन को एक सीट पर जीत मिल रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक नहीं हटेंगे। विपक्ष ने भी चुनावों को धांधली करार दिया है और सरकार पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि भारत ने गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने को लेकर पाकिस्तान के समक्ष अपनी आपत्ति जाहिर की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना हिस्सा बताते हुए, इमरान सरकार द्वारा क्षेत्र में कराए जाने वाले चुनाव को अवैध बताया है। गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत, जम्मू कश्मीर का हिस्सा मानता है। कहा जा रहा है कि चीन के दबाव में झुकते हुए इमरान खान ने गिलगित-बाल्टिस्तान को प्रांतीय राज्य का दर्जा दिया और यहां चुनाव कराने का ऐेलान कर दिया।