सियाचिन पर पाकिस्तान को फिर लगी मिर्ची, कहा-पर्यटकों के लिए विवादित ग्लेशियर नहीं खोल सकता भारत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को एक बार फिर सियाचिन के नाम से मिर्ची लगी है। पाक ने कहा है कि भारत इस विवादित क्षेत्र को पर्यटन के लिए नहीं खोल सकता है। 21 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घोषणा की थी कि पर्यटक सियाचिन की कुमार पोस्ट तक जा सकते हैं। गुरुवार को पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने वीकली प्रेस ब्रीफिंग में सियाचिन को लेकर जो बयान दिया है, उससे साफ है कि पड़ोसी देश अब इस क्षेत्र में टूरिस्ट्स के आने और यहां पर असैन्य हलचल बढ़ने से कहीं न कहीं थोड़ा परेशान है।
भारत कर रहा है कब्जे की कोशिश
फैसल ने मीडिया में कहा, 'भारत ने सियाचित पर कब्जे की कई कोशिशें की हैं। विवादित जमीन को अब पर्यटकों को लिए नहीं खोला जा सकता है।' फैसल ने यह भी बताया कि भारत ने सियाचिन को पर्यटन के लिए खोले जाने से जुड़ी जानकारी औपचारिक तौर पर पाकिस्तान को दे दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि लद्दाख में पर्यटन को बढ़ाने और लोगों को सियाचिन के मुश्किल हालातों का अनुभव देने के लिए इसे पर्यटन के लिए खोलने का फैसला किया है। सियाचिन को अभी तक भारतीय सेना ही पूरी तरह से संचालित करती है। भारत के इस फैसले का पाकिस्तान में विरोध किया जा रहा है। पाक की रक्षा विशेषज्ञ रीमा शौकत की मानें तो यह कदम खतरनाक हो सकता है।
साल 2007 में भी ऐसा ही फैसला
साल 2007 में जब भारत ने इसी तरह का एक फैसला लिया था तो उस समय भी पाक की तरफ से इस कदम का विरोध किया गया था। तब पाक के विदेश विभाग की तरफ से भारत के डिप्टी हाई-कमिश्नर को तलब कर विरोध दर्ज कराया गया था। भारत और पाक के बीच दो दशकों से सियाचिन जंग का मैदान बना हुआ है। 72 किलोमीटर के दायरे को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत पिछले कई समय से चल रही है। नवंबर 2003 में दोनों देशों के बीच इस पर युद्धविराम समझौता भी हुआ था। लेकिन सेनाओं को यहां से नहीं हटाया गया।