पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बेचैनी, मंत्री शेख राशिद बोले चुनावों से पहले मोदी सरकार करेगी एक और हमला!
Recommended Video
लाहौर। भारत में अप्रैल-मई में आम चुनाव होने वाले हैं और इनकी जिक्र पाकिस्तान में भी हो रहा है। पाकिस्तान रेल मंत्री शेख राशिद ने चुनाव को सर्जिकल स्ट्राइक से जोड़ दिया है। उनका कहना है कि भारत की सत्ताधारी बीजेपी चुनावों से पहले पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दे सकती है। राशिद की मानें तो पिछले दिनों तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। लोकसभा चुनावों में उसे हार का सामना न करना पड़े, इसके लिए वह सर्जिकल स्ट्राइक का सहारा ले सकती है। पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस बाबत खबर छापी है।
विधानसभा चुनावों में हार से परेशान हैं मोदी
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राशिद का यह बयान आया। राशिद ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'भारत एलओसी पर लगातार युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है। हो सकता है कि वह सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दे डाले।' शेख राशिद ने आगे कहा, 'भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को अपने वोट बैंक को जवाब देना है और उसे संतुष्ट करना है और पाकिस्तान विरोधी कैंपेन की उम्मीद ही उेसे समय में की जा सकती है।' राशिद ने कहा कि एलओसी पर लगातार तनाव बढ़ रहा है और साल 2019 में भी यह तनाव सुर्खियों में रहेगा। उनकी मानें तो भारत सरकार अगले वर्ष होने वाले आम चुनावों की तैयारी में लगी है। राशिद के मुताबिक पिछले दिनों हुए चुनावों में हार के बाद भारत की सरकार में बेचैनी और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए वह इस बेचैनी को कम कर सकती है।
इमरान ने भी कही थी एजेंडे की बात
सिर्फ राशिद ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भी यह बात कह चुके हैं कि मोदी सरकार चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पाक-विरोधी एजेंडे को ही आगे बढ़ाएगी। इमरान ने पिछले दिनों अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर कहा था, 'पाकिस्तान साल 2019 में भारत में होने वाले लोकसभा चुनावों के पूरा होने का इंतजार करेगा।' इमरान ने कहा था कि चुनावों के बाद ही शांति वार्ता के प्रस्ताव को भारत की ओर से कोई सकारात्मक संकेत मिलेगा। इमरान ने सितंबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी। इस चिट्ठी में उन्होंने कहा था कि भारत और पाक के विदेश मंत्रियों को उंगा से इतर द्विपक्षीय मुलाकात करनी चाहिए। भारत ने पहले इस प्रस्ताव के लिए हामी भर दी थी लेकिन बाद में इसे खारिज कर दिया था।
29 सितंबर 2016 को हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
29 सितंबर 2016 को इंडियन आर्मी ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 18 सितंबर को जम्मू कश्मीर के उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। सर्जिकल स्ट्राइक इसी हमले का बदला लेने के लिए अंजाम दिया गया था। सर्जिकल स्ट्राइक में इंडियन आर्मी के स्पेशल कमांडोज, पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर के अंदर तक दाखिल हुए थे। इन कमांडोज ने आतंकवादियों के सात कैंप्स को तबाह कर दिया था। करीब 250 किलोमीटर के क्षेत्र में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था।