पाकिस्तान में फिर भारत के लोकसभा चुनावों का जिक्र, मंत्री ने कहा नई सरकार के साथ होगी वार्ता
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत में होने वाले लोकसभा चुनावों पर टिप्पणी की है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि भारत में होने वाले लोकसभा चुनावों के बाद जो भी पार्टी सत्ता में आएगी पाक की सरकार उससे बातचीत करने को तैयार है। फवाद की मानें तो इस्लामाबाद में पीएम इमरान खान की सरकार दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने की दिशा में काम करने को तैयार है। फवाद की मानें तो चीजें जहां पर रुक गई हैं, पाक सरकार चाहती है कि उनमें प्रगति होनी चाहिए।
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विदेश मंत्री ने कहा था भारत फिर से करेगा हमला
फवाद चौधरी ने एक इंटरव्यू में यह बात कही है। फवाद ने कहा कि डिप्लोमैटिक चैनल्स जिन्हें पुलवामा आतंकी हमले के बाद तनाव को कम करने के लिए प्रयोग किया गया था, वे अभी तक जारी हैं। उनकी मानें तो पाकिस्तान का नेतृत्व मानता है कि जब तक भारत में चुनाव नहीं हो जाते, तब तक चीजें आगे नहीं बढ़ सकती हैं। सूचना मंत्री ने यह बयान उस समय दिया है जब पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में 16 से 20 अप्रैल के बीच पाकिस्तान पर हमला करने का नया प्लान तैयार हो रहा है। फवाद को पीएम इमरान का करीबी माना जाता है और साथ ही वह पाक सेना के भी चहेते हैं।
'इंडियन आर्मी को पीएम मोदी ने दी खुली छूट'
भारत की ओर से कुरैशी के बयान को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। फवाद ने कुरैशी के बयान पर भी टिप्पणी की। चौधरी ने कहा, 'मुझे लगता है कि विदेश मंत्री कुरैशी की टिप्पणी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए बयान की तरफ इशारा थी जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना को उनकी सरकार ने पूरी आजादी दे दी है।' फवाद की मानें तो यहां से कुरैशी को लगा कि अगर भारत की सेना को पूरी आजादी मिली है तो फिर वह उस आजादी का गलत प्रयोग कर सकती है।
जो भी सरकार सत्ता में आएगी उससे होगी वार्ता
फवाद ने आगे कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि एक बार भारत में चुनाव प्रक्रिया शांति पूर्ण तरीके से पूरी हो जाने के बाद जो भी सरकार सत्ता में आएगी, पाक का नेतृत्व उसके साथ बैठकर बातचीत करेगा और देखेगा कि कितनी प्रगति होती है। फवाद की मानें तो पुलवामा आतंकी हमले के बाद जिस तरह का माहौल बना है और तनाव बरकरार है, उसमें बातचीत लोगों के हित में नहीं है। फवाद की मानें तो पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से कभी भी युद्ध के लिए किसी तरह की कोई इच्छा नहीं जाहिर की गई।
पाकिस्तान को बताया जिम्मेदार देश
उन्होंने दावा किया कि पाक ने जिम्मेदारी से बर्ताव किया ताकि तनाव में कमी लाई जा सके। पाक ने हाल में 360 भारतीय कैदियों को रिहा करने का ऐलान किया है। चौधरी ने इस कदम को पाकिस्तान की मंशा का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि पाकिस्तान, भारत के साथ किस हद तक संबंधों को सामान्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस नीति को आगे बढ़ाया जाता रहेगा।