पाकिस्तान में कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी की गोली मार कर दी गई हत्या, जानें क्या था कसूर
पाकिस्तान में कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी की गोली मार कर दी गई हत्या, जानें क्या था कसूर
नई दिल्ली। पाकिस्तान भी अब अपने मित्र के नक्शेकदम पर चलते हुए नागरिकों पर तानाशाही कर रहा है। बुधवार को पाकिस्तान के उत्तरी शहर पेशावर में एक ईशनिंदा के आरोपी एक व्यक्ति को कोर्टरुम में एक शख्स ने गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। ताज्जुब की बात ये हैं कि कोर्ट में जहां लोग न्याय की आस में जाते हैं वहीं सुनवाई के दौरान इस व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इस समुदाय का था ये व्यक्ति
पुलिस के अनुसार कोर्ट में जिस व्यकित की हत्या की गई उस 47 साल के शख्स का नाम अहमद नसीम था और वह उस समुदाय का सदस्य था जिस पर पाकिस्तान में लंबे समय से ये आरोप लगता आया है कि वे पैगंबर मोहम्मद के उत्तराधिकार को चुनौती देते हैं। नसीम अहमदिया मुस्लिम समुदाय का सदस्य था। बता दें कई मुख्यधारा के मुस्लिम स्कूल अहमदिया मुस्लिम को इस्लाम का हिस्सा नहीं मानते।
इसलिए इन मुसलमानों पर हो रहा अत्याचार
पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक अहमदिया गैर-मुसलमान है यहीं कारा है कि उन्हें इनते वर्षों से पाकिस्तान में प्रताड़ित किया जा रहा है। अहमदी समुदाय खुद को मुसलमान तो कहता है लेकिन मोहम्मद के आखिरी पैगंबर होने से इनकार करता है। दुनियाभर में ईशनिंदा को लेकर पाकिस्तान के कानून सबसे सख्त माने जाते हैं।
पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर सजा
पाकिस्तान में ईश निंदा करने वाले को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाता है। यहां ईशनिंदा का आरोप बहुत गंभीर माना जाता है। पाकिस्तान के रूढ़िवादी इलाकों में ईशनिंदा को लेकर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या के मामले भी कई बार सामने आ चुके हैं। पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी हो चुके हैं। कई बार ईशनिंदा के दोषी को मौत की सजा तक हो जाती है।
सुनवाई के दौरान कोर्ट में कर दी हत्या
पीड़ित ताहिर अहमद नसीम पर 2018 में एक किशोरी द्वारा ईशनिंदा का आरोप लगाया था। बुधवार को जब पुलिस ने सुरक्षा के बीच नसीम को कोर्ट में पेश किया तो उसी दौरान एक शख्स ने पिस्तौल से फायरिंग शुरू कर दी। सुनवाई के दौरान उनकी गोली मारने से मौत हो गई। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में साफ दिख रहा है कि अदालत की सीटों पर उसका शरीर पड़ा हुआ है। उस पर गोली चलाने वाले को घटनास्थल पर गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य वीडियो में उसे हथकड़ी में दिखाया गया है, जिसमें वो गुस्से में चिल्लाते हुए कह रहा है कि उसका शिकार "इस्लाम का दुश्मन" था।
अदालत परिसर में हथियार लेकर कैसे पहुंच गया ये शख्स
नसीम पर सबसे पहले पेशावर के एक मदरसे के छात्र आवा मलिक द्वारा ईश निंदा का आरोप लगाया गया था। नसीम ने संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने के दौरान उनके साथ एक ऑनलाइन बातचीत की थी। सूत्रों ने बताया कि तब उन्होंने नसीम से पेशावर के एक शॉपिंग मॉल में धर्म पर उनके विचारों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया। हत्या के लिए गिरफ्तार संदिग्ध का नाम खालिद बताया गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि वह अदालत परिसर में हथियार लाने में कैसे कामयाब रहा।
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