'गरीब' पाकिस्तान को एयरस्पेस बंद होने की वजह से रोजाना करीब सात अरब का नुकसान
इस्लामाबाद। पाकिस्तान जो पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, एयरस्पेस बंद होने की वजह से रोजाना 100 मिलियन डॉलर का नुकसान झेल रहा है। लेकिन इसके बाद भी वह एयरस्पेस खोलने को राजी नहीं है। 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) की ओर से हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान ने एयरस्पेस बंद रखा है। एयरस्पेस बंद होने की वजह से रोजाना 400 फ्लाइट्स पर असर पड़ रहा है। पाकिस्तान सरकार से जुड़े सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
अभी 12 जुलाई तक बंद रहेगा एयरस्पेस
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएफए) के 24 जेट्स नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करके जम्मू कश्मीर में दाखिल हुए थे। इसके बाद से ही पाक ने अपना एयरस्पेस बंद रखा है। 28 जून को पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) की ओर से 12 जुलाई तक एयरस्पेस बंद रखने और फ्लाइट्स का रूट बदलने का ऐलान किया गया था। पाकिस्तानी और विदेशी एयरलाइंस के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रोजाना 400 फ्लाइट्स पर असर पड़ रहा है। इसके अलावा कई एयरलाइंस को एयरस्पेस बंद होने की वजह से दूसरे रास्तों से जाना पड़ रहा है और इसकी वजह से समय भी ज्यादा लग रहा है। बालाकोट एयर स्ट्राइक 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
100 मिलियन डॉलर का नुकसान
एयरस्पेस बंद होने की वजह से ईधन पर खर्च, ऑपरेशनल कॉस्ट और मेनटेंस कॉस्ट तो बढ़ ही गई है साथ ही साथ एयरक्रू को भी ज्यादा देर तक ड्यूटी करनी पड़ रही है। रूट नेविगेशन और एयरपोर्ट चार्जेस की वजह से सीएए के रेवेन्यू में भी कमी आई है। ये चार्ज एयरक्राफ्ट की श्रेणी और पाकिस्तानी एयरस्पेस में तय की गई दूरी पर निर्भर करते हैं। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को रोजाना करीब 460,000 डॉलर का नुकसान झेलना पड़ रहा है। पीआईए की कुआलालंपुर, बैंकॉक और दिल्ली की फ्लाइट्स कैंसिल हैं। सीएएए और पीआईए के कुल नुकसान की अगर बात करें तो यह करीब 760,000 डॉलर बैठता है। इसकी वजह से एयरस्पेस बंद होने की वजह से पाक को 100 मिलियन डॉलर का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
भारत करे बालाकोट न दोहराने का वादा
पिछले दिनों खबरें आई थीं कि इमरान खान की सरकार तब तक अपने सभी एयरस्पेस को बंद रखेगी जब तक भारत की ओर से उसे यह वादा नहीं किया जाता है कि दोबारा बालाकोट जैसा हवाई हमला नहीं किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो एयरस्पेस तभी खोला जाएगा जब भारत की ओर से बालाकोट हवाई हमला दोबारा न करने का वादा नहीं कर दिया जाता। 27 मार्च को पाकिस्तान ने भी फ्लाइट्स के लिए अपना एयरस्पेस खोला था लेकिन सिर्फ भारत के लिए इसे बंद रखा गया है। 15 मई के बाद से ईस्टर्न एयरस्पेस पर बैन को पाक ने तीन बार बढ़ाया है।
आईएएफ चीफ बोले पाक को ही नुकसान
आईएएफ चीफ एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ के मुताबिक पाकिस्तान के एयरस्पेस का बंद होना, पड़ोसी देश के लिए ही एक बड़ी समस्या है। इससे भारत को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। एयर चीफ मार्शल धनोआ के मुताबिक आईएएफ इस बात को लेकर सुनिश्चित थी कि पाक के साथ तनाव के बाद भी देश के सिविल एविएशन पर कोई असर न पड़े। इस दौरान आईएएफ चीफ ने भी बालाकोट एयरस्ट्राइक के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इस एयर स्ट्राइक को जिस मकसद से अंजाम दिया गया, आईएएफ उस मकसद को हासिल करने में सफल रही। इसके साथ ही उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि कोई भी पाक जेट बालाकोट के बाद एलओसी के नजदीक नहीं आया है।