कोरोना से परेशान दुनिया को पाकिस्तान ने चौंकाया, विदेशी मुद्रा भंडार में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया है। शुरूआत में कोरोना को रोकने के लिए ज्यादातर देशों ने लॉकडाउन का ऐलान किया था, जिस वजह से सबकी अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई। भारत, अमेरिका, फ्रांस, रूस जैसे बड़े देशों के भी सामने आर्थिक दिक्कतें आ गईं, लेकिन लंबे वक्त से आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी जनता को एक अच्छी खबर दी है।
चार महीने से लगातार हो रही बढ़ोतरी
पीएम इमरान खान के मुताबिक पाकिस्तान को सितंबर में 2.3 अरब डॉलर का रिकॉर्ड रेमिटेंस मिला है। रेमिटेंस का मतलब जो पैसा विदेशों में रह रहे लोग अपने घरों को भेजते हैं। इस वजह से अब आर्थिक संकट के बीच भी पाकिस्तान का विदेश मुद्रा भंडार अच्छी स्थिति में पहुंच गया है। इसमें ज्यादातर पैसा दुबई और यूएई से आया है। वहीं जून, जुलाई और अगस्त में भी दो अरब डॉलर से ज्यादा का रेमिटेंस मिला था।
पिछले साल की तुलना में 31 फीसदी ज्यादा
पाकिस्तान सरकार के मुताबिक आजादी के बाद से पहली बार एक महीने में इतना ज्यादा पैसा विदेश से आया है। अगर पिछले साल सितंबर से तुलना करें तो इस बार का कलेक्शन 31 फीसदी ज्यादा है। वहीं अगस्त के रेमिटेंस से ये 9 प्रतिशत ज्यादा है। विदेशी मुद्रा भंडार में एतिहासिक बढ़त के बाद पीएम इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा कि कोरोना के कहर के बावजूद हमारे लिए अच्छी खबर है। अलहमदुलिल्लाह हमारे मेहनती विदेश में रह रहे भाइयों की मदद से सितंबर में रेमिटेंस 2.3 बिलियन डॉलर आया। आने वाले दिनों में भी ये बढ़त जारी रहेगी।
क्या है भारत का हाल?
अक्टूबर की शुरूआत में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन अब फिर से इसमें बढ़ोतरी हुई है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2 अक्टूबर, 2020 को समाप्त हफ्ते के दौरान 3.618 अरब डॉलर बढ़कर 545.638 अरब डॉलर के ऑलटाइम हाई स्तर पर आ गया। इससे पहले 25 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.017 अरब डॉलर घटकर 542.021 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है, साथ ही निर्यात भी बढ़ा है। जिस वजह से विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है।
पाकिस्तान सरकार इतने नोट क्यों छाप रही है?