पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा इस एक शर्त पर होगी भारत के साथ वार्ता
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान और भारत के बीच जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बड़ा बयान दिया है। कुरैशी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान, भारत के साथ सशर्त द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार है। दोनों देशों के बीच पिछले 26 दिनों से हालात बिगड़े हुए हैं। पांच अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का फैसला किया था और तब पाकिस्तान ने भारत के साथ हर तरह के राजनयिक संबंध को खत्म करने का फैसला किया था। इसके अलावा पाक की ओर से लगातार आक्रामक बयान दिए जा रहे हैं।
कश्मीर के नेताओं को रिहा किया जाए
पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक कुरैशी ने कहा है, 'हमें भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता में कोई परेशानी नहीं है।' पिछले कुछ दिनों से जारी हालातों के बीच पाकिस्तान की ओर से द्विपक्षीय वार्ता के लिए आया यह नया बयान है। भारत और पाक के बीच जनवरी 2016 से ही बातचीत बंद है। उस समय पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने पठानकोट स्थित इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के बेस पर हमले को अंजाम दिया था। कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कभी नई दिल्ली के साथ द्विपक्षीय स्तर पर वार्ता का विरोध नहीं किया है। कुरैशी ने सलाह दी है कि वार्ता सिर्फ तभी होगी जब भारत जम्मू कश्मीर में हिरासत में रखे गए राजनेताओं को रिहा नहीं करेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कश्मीर मुद्दे के तीन पक्ष हैं, भारत, पाकिस्तान और कश्मीर के लोग। कुरैशी के शब्दों में जब कश्मीर के नेताओं को रिहा किया जाएगा तभी वार्ता होगी। कुरैशी की मानें तो उन्हें कश्मीर के नेताओं से मिलने की मंजूरी दी जानी चाहिए।
इमरान के बयान से अलग बयान
वहीं, कुरैशी ने अपने बयान में मुद्दे में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की प्रशंसा की है। पाकिस्तान लगातार दुनिया के दूसरे देशों से संपर्क बनाए हुए है ताकि वह भारत को वार्ता के लिए राजी कर सकें।। कुरैशी ने इस पर कहा कि किसी भी तरह के हस्तक्षेप का स्वागत है और पाकिस्तान उसकी प्रशंसा करेगा। कुरैशी का बयान ऐसे समय में आया है जब इमरान की सरकार, जम्मू कश्मीर पर आए भारत के फैसले को गैर-कानूनी बता रही है। पीएम इमरान ने कहा है कि अब उनकी सरकार भारत के साथ किसी भी तरह की वार्ता नहीं करेगी। इमरान ने इसके साथ ही कहा है कि जम्मू कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले के बाद दोनों देश अब एक युद्ध की तरफ बढ़ चले हैं। कुरैशी का बयान पिछले दिनों दिए गए इमरान खान के बयान से बिल्कुल उलट है। इमरान ने अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो फैसला किया है, उसके बाद उससे अब कोई भी बात नहीं होगी। कुरैशी ने कहा है, 'हमनें कभी भी वार्ता के लिए इनकार नहीं किया। लेकिन हमें नहीं लगता है कि भारत की ओर से वार्ता के लिए कोई माहौल तैयार किया जा रहा है।'