भारत को इनवाइट करने से नाराज पाकिस्तान ने किया OIC का बायकॉट, खाली पड़ी रही कुर्सी
अबु धाबी। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमीरात (यूएई) की राजधानी अबु धाबी में शुक्रवार के ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज (ओआईसी) सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस मौके पर भारत से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर आमंत्रित किया गया था। भारत के लिए यह पहला मौका था जब उसे इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। इस बात से पाकिस्तान खासा नाराज है और उसने भारत को इस कार्यक्रम में न बुलाने का आग्रह भी यूएई से किया था। लेकिन यूएई ने उसकी इस बात को मानने से इनकार कर दिया। इसी बात से नाराज होकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस कार्यक्रम का बायकॉट कर दिया था।
पाकिस्तान की कुर्सी रही खाली
जहां सुषमा स्वराज इस कार्यक्रम में मौजूद थी, वहीं पाकिस्तान ने इसका बायकॉट कर दिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ओआईसी से सख्त खफा हैं। उन्होंने ओआईसी से अनुरोध किया था कि भारत को यहां पर न बुलाया जाए लेकिन ओआईसी ने उनकी एक नहीं सुनी और भारत को बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर आमंत्रित किया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री की सीट खाली थी और इस खाली सीट पर सबका ध्यान गया था। शुक्रवार को कुरैशी ने मीडिया को बताया कि वह दो दिनों तक चलने वाले ओआईसी के 46वें सत्र में शिरकत नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैंने फैसला किया है कि मैं काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स (सीएफएम) में शामिल नहीं होउंगा। लेकिन सीएफएम में हमारे 19 प्रस्ताव अटके हैं और उनमें से कई कश्मीर से जुड़े हैं।' उन्होंने कहा कि लो लेवल अधिकारी यहां पर मौजूद रहेंगे। पाक को इस बात से सख्त ऐतराज है कि भारत को इस संस्था में पर्यवेक्षक की भूमिका दी गई है।
क्या कहा सुषमा ने
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शुक्रवार को यूएई की राजधानी अबु धाबी में थीं। यहां पर उन्होंने ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज यानी ओआईसी को संबोधित किया है। यह पहला मौका है जब भारत को इस कार्यक्रम के लिए बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर आमंत्रित किया गया था। सुषमा ने यहां पर न सिर्फ आतंकवाद पर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया बल्कि उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि भारत की लड़ाई किसी देश के साथ नहीं। सुषमा ने मुसलमान देशों को बता दिया कि भारत की लड़ाई सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ है।