पाकिस्तान चुनाव: विपक्ष के इस ऐलान ने बढ़ाया इमरान खान का सिरदर्द
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान जिनकी पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनावों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, उनके देश का प्रधानमंत्री बनने के रास्ते में काफी रुकावटें आ रही हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान जिनकी पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनावों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, उनके देश का प्रधानमंत्री बनने के रास्ते में काफी रुकावटें आ रही हैं। 11 अगस्त को उनके शपथ ग्रहण का दिन तय किया गया है लेकिन ऐसा लगता है कि विपक्ष की वजह से इमरान का सपना टूट सकता है। पाकिस्तान में विपक्षी पार्टियों के ऑल पार्टी कांफ्रेंस की ओर से संसदीय चुनावों को धोखे और पक्षपात से भरा करार दिया है। इसके साथ ही पार्टियों ने साफ कर दिया है कि वह नेशनल एसेंबली में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) के पीएम पद के उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगी। ये भी पढ़ें-कुछ ऐसी होगी नए पीएम इमरान खान की सिक्योरिटी
संसद के अंदर घिरेगी कठपुतली सरकार
पाकिस्तान की सांसद शेरी रहमान ने गुरुवार को इस बात का ऐलान कर दिया है कि इमरान के लिए रास्ता आसानी नहीं होने वाला है। शेरी रहमान ने कहा है, 'विपक्ष के गठबंधन ने चुनावों को अपारदर्शी करार दिया है। लेकिन हमनें फैसला किया है कि हम कठपुतली सरकार को संसद के अंदर घेरेंगे।' रहमान ने यह बात ऑल पार्टी कमेटी की मीटिंग के बाद कही जिसमें पीएमएल-एन के अलावा पाकिस्ताप पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), मुताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए), अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) और कई और पार्टियों ने शिरकत की थी। रहमान ने कहा कि नेशनल एसेंबली में सभी नए सदस्य शपथ लेंगे।
विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने की स्थिति में
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियां कुछ बातों पर राजी हुई हैं जिसमें नेशनल एसेंबली में पीएम, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के लिए उम्मीदवार खड़े करना भी शामिल है। उन्होंने बताया कि हर राजनीतिक पार्टी अलग से चुनावों के खिलाफ एक श्वेत पत्र लाएगी। रहमान ने कहा कि पीएम के चुनाव के लिए विपक्ष पीएमएल-एन के उम्मीदवार का समर्थन करेगा। इसके अलावा एसेंबली के अंदर और बाहर चुनावों के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदशर्न किए जाएंगे। रहमान की मानें तो चुनाव सिर्फ एक पार्टी की जीत को तय करने के लिए कराए गए थे। वहीं एएनपी के इफ्तिखार हुसैन ने कहा है कि विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने की मजबूत स्थिति में हैं।
जरूरी बहुमत की तलाश करते इमरान
अभी तक इमरान को नेशनल एसेंबली में सरकार बनाने के लिए जरूरी 137 का आंकड़ा हासिल नहीं हो सका है। सोमवार को पीएमएल-एन, पीपीपी, एमएमए और एएनपी के नेताओं ने मुलाकात की। इन नेताओं ने कार्यवाहक स्पीकर अयाज सादिक से उनके घर पर मुलाकात की। सभी पार्टियों के नेता इस बात पर सहमत हुए हैं कि वह पीटीआई को सरकार नहीं बनाने देंगे। पीटीआई चुनावों के बाद देश की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। लेकिन चुनाव आयोग की तरफ से जो फाइनल रिजल्ट जारी किए हैं उसके मुताबिक पीटीआई अकेले दम पर सरकार बनाने के योग्य नहीं है।