पाकिस्तान चुनाव 2018: नवाज शरीफ ने अस्पताल में भर्ती होने से किया इनकार, बोले खुद को कमजोर नहीं साबित कर सकता
रावलपिंडी। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अस्पताल में भर्ती होने से साफ इनकार कर दिया है। मेडिकल बोर्ड ने अथॉरिटीज को सलाह दी थी कि नवाज की तबियत काफी खराब है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करा देना चाहिए। लेकिन सके बाद भी नवाज ने इस सुविधा को लेने से साफ इनकार कर दिया है। नवाज का कहना है कि वह इस मौके पर खुद को कमजोर नहीं साबित करना चाहते हैं। नवाज को डायबिटीज है और वह दिल के मरीज भी हैं। नवाज को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने 10 वर्ष की कैद की सजा और उनकी बेटी मरियम को सात वर्ष की कैद की सजा सुनाई गई है। दोनों को लंदन के एवेनफील्ड मामले में यह सजा सुनाई गई है।
जेल में हुए नवाज के टेस्ट्स
नवाज के करीबियों का कहना है कि अब जबकि चुनावों में 24 घंटे से भी कम का समय बचा है तो वह पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के बीच 25 जुलाई को होने वाले चुनावों से पहले गलत संदेश नहीं भेजना चाहते हैं। नवाज ने सोमवार को जेल अथॉरिटीज से अनुरोध किया था कि उन्हें जेल में ही मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। डॉक्टरों ने कुछ बेसिक टेस्ट्स किए थे और एक या दो दिन में जेल में ही उनके कुछ और टेस्ट होंगे। इस बीच नवाज ने खुद को और बेटी को सरकारी रेस्ट हाउस में शिफ्ट करने से भी इनकार कर दिया है। यह रेस्ट हाउस अदियाला जेल से सिर्फ कुछ ही मील की दूरी पर है। सोमवार को ही पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के गर्वनर ने नवाज से जेल में मुलाकात थी। राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कार्यवाहक पीएम को आदेश दिया है कि नवाज को बेहतर सुविधाएं दी जाएं।
13 जुलाई को किए गए थे गिरफ्तार
नवाज और मरियम को 13 जुलाई का लंदन से लाहौर आने के बाद गिरफ्तार किया गया था। दोनों कुछ दिनों तक लंदन में थे जहां पर नवाज की पत्नी कुलसुम नवाज के गले के कैंसर का इलाज चल रहा है। कुलसुम की हालत अभी तक नाजुक बनी हुई है। जेल में दो मेडिकल टीमों ने नवाज का चेकअप किया था। एक अधिकारिक टीम की ओर से यह अनुरोध किया गया था कि नवाज को तुरंत ही किसी अस्पताल में भर्ती कराया जाए। बताया जा रहा है कि उनकी एक किडनी फेल हो गई है।