पाकिस्तान चुनाव 2018: लाहौर के पोलिंग बूथ पर आतंकी हाफिज सईद ने डाला वोट
पाकिस्तान में इस समय जनता देश की नई 11वीं सरकार के लिए वोट डाल रही है। पाकिस्तान में अब तक 17 प्रधानमंत्री हो चुके हैं और शाहिद खाकन अब्बासी देश के 18वें पीएम थे।
लाहौर। पाकिस्तान में इस समय जनता देश की नई 11वीं सरकार के लिए वोट डाल रही है। पाकिस्तान में अब तक 17 प्रधानमंत्री हो चुके हैं और शाहिद खाकन अब्बासी देश के 18वें पीएम थे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) इन तीन पार्टियों के बीच ही मोस्ट वांटेंड आतंकी हाफिज सईद ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बुधवार को जमात- उद-दावा का मुखिया हाफिज भी वोट डालने पोलिंग बूथ पर पहुंचा।
लाहौर में हाफिज ने डाला वोट
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने लाहौर में अपना वोट डाला। हाफिज सईद ने इन चुनाव में अपने 265 उम्मीदवार खड़े किए हैं। इन उम्मीदवारों में हाफिज सईद का बेटा हाफिज तल्हा सईद और दामाद खालिद वलीद भी शामिल हैं। साल 2008 में मु्ंबई आतंकी हमलों के बाद जेयूडी की शुरुआत हुई थी। हाफिज ने चुनावों से पहले मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को लॉन्च किया था लेकिन अभी तक इस संस्था को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने रजिस्टर नहीं किया।
एमएमएल को रजिस्ट्रेशन न मिल पाने के बाद लश्कर ने नई चाल चली और नए तरीके से चुनाव लड़ने का प्लान बनाया है। लश्कर ने अपनी निष्क्रिय पड़ी राजनीतिक ईकाई अल्लाह-हू-अकबर तहरीक (एएटी) का प्रयोग किया जो कि पहले से ही चुनाव आयोग में रजिस्टर्ड है। जेयूडी के कार्यकर्ताओं और इससे सहानुभूति रखने वाले लोगों ने एएटी के प्लेटफॉर्म से उम्मीदवारों का नामांकन कराया। एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने बताया है कि एमएमएल के प्रेसीडेंट सफीउल्ला खालिद और एएटी के मुखिया अहसान बारी इस बात पर राजी हुए कि एएटी के प्लेटफॉर्म के जरिए संयुक्त रूप से उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने बताया है कि जो समझौता हुआ है उसके तहत एमएमएल 200 से ज्यादा उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगा। ये सभी उम्मीदवार एएटी के चुनाव चिन्ह कुर्सी पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह भी पढ़ें-पाकिस्तान चुनाव LIVE: बलूचिस्तान के क्वेटा में ब्लास्ट, 31 की मौत