पाकिस्तान चुनाव 2018: एक प्लेब्वॉय, एक क्रिकेटिंग लीजेंड और अब पाकिस्तान के पीएम, मिलिए इमरान खान से
पाकिस्तान में 11वीं सरकार के लिए वोट डाले जा रहे हैं और अगर विश्लेषकों पर यकीन करें तो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान जीत की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं। सभी सर्वे इमरान के पक्ष में ही नतीजे बताते नजर आ रहे हैं।
कराची। पाकिस्तान में 11वीं सरकार के लिए बुधवार को वोट डाले गए और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान देश के सबसे बड़े नेता बनकर उभरे। सभी सर्वे भी इमरान के पक्ष में ही थे। सन् 1992 में पाकिस्तान की झोली में पहला वर्ल्ड कप डालने वाले इमरान, उस समय से ही पाक के इस बार उनका मुकाबला दो टीमों से था, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी)। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा था क्या इमरान खान जो एक महान क्रिकेटर और इंटरनेशनल सेक्स सिंबल रहे हैं, वह पाकिस्तान जो परमाणु हथियारों से लैस एक इस्लामिक देश है, उसके अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं? ये भी पढ़ें-पाकिस्तान चुनाव LIVE: इमरान खान ने डाला वोट, लेकिन हो सकता है कैंसिल
लंदन के नाइटक्लब्स में मशहूर थे इमरान
नियाजी वर्ग से आने वाले पश्तून इमरान खान का जन्म नॉर्थ-वेस्टर्न पंजाब के मियांवली में एक उच्च मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता एक सिविल इंजीनियर और जमींदार थे तो मां एक हाउसवाइफ थीं। इमरान खान चार बहनों के इकलौते भाई हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इमरान खान ने क्रिकेट पिचों के अलावा लंदन के नाइटक्लब्स में भी काफी नाम कमाया है। लेकिन पिछले दो दशकों से पाकिस्तान के उच्च पद को को हासिल करने की मशक्कत करने में लगे हुए हैं। इसकी वजह से इमरान में जबरदस्त बदलाव भी देखा जा सकता है। इमरान ने इस्लाम को अपनाया, अमेरिका के खिलाफ कई बातें कहीं और खुद को पार्टियों और ऐसी सभी चीजों से भी अलग कर लिया। इमरान जिनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह क्रिकेट बैट है, वह इस समय इस देश के सबसे लोकप्रिय नेता बन चके हैं और देश के पीएम बनकर सरकार गठन की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं।
इमरान की प्लेब्वॉय इमेज
65 वर्ष के इमरान खान जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं एक प्लेब्वॉय की इमेज वाले क्रिकेटर रहे हैं। कई खूबसूरत लड़कियों के साथ उनके रिश्ते रहे और क्रिकेट में उन्हें एक सुपरस्टार का दर्जा हासिल रहा। 39 वर्ष की उम्र में इमरान ने पाकिस्तान को वर्ल्ड कप जीतवाया था और इसके बाद कंधे की चोट ने उन्हें क्रिकेट से दूर कर दिया। 16 मई 1995 में इमरान ने जेमिमा गोल्डस्मिथ से दो मिनट की सेरेमनी में शादी कर ली। इनकी शादी फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुई। इसके एक माह बाद जून में दोनों ने कानूनी तरीके से निकाह किया और इंग्लैंड के रिचमंड ऑफिस में इसकी रजिस्ट्री हुई। जेमिमा ने इस्लाम कुबूला और वह पाकिस्तान आ गईं। दोनों शादी के बाद दो बेटों सुलेमान ईसा और कासिम के माता-पिता बने। इमरान ने जनवरी 2015 में रेहम खान से दूसरा निकाह किया लेकिन 10 माह बाद ही तलाक हो गया। फिलहाल इमरान एक आध्यात्मिक गुरु बुशरा मनेका के शौहर हैं।
बदल लिया इमरान ने जीने का ढंग
इमरान ने 1996 में लाहौर में शौकत खानम मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल का निर्माण करवाया। इस अस्पताल की ओपनिंग सेरेमनी में प्रिंसेज डायना लाहौर पहुंची थीं। क्रिकेट से अलग होने के बाद इमरान, इस्लाम की तरफ बढ़ गए और उन्होंने इसे अपना लिया। इमरान लाइमलाइट से दूर रहने लगे और सेलिब्रिटीज को डेट करना भी बंद कर दिया। इमरान के मुताबिक इस्लाम अपनाने से पहले वह जो जिंदगी जी रहे थे वह दूर से ग्लैमरस दिखती है लेकिन वैसी नहीं होती है। उस जिंदगी में वह बिल्कुल भी खुश नहीं थे। इमरान के मुताबिक हर पल बदलती रिलेशनशिप वाली जिंदगी दरअसल खोखली होती है।
साल 2002 में ही पीएम बन जाते इमरान
1996 में ही इमरान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई की शुरुआत की। इमरान पूर्व राष्ट्रपति और जनरल परवेज मुशर्रफ के चहेते थे और साल 2002 में तो मुशर्रफ ने उन्हें पीएम की पोस्ट तक ऑफर कर डाली थी। हालांकि उनकी पार्टी को शुरुआती दिनों में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा और कभी-कभी तो उसे एक भी सीट नहीं मिली। पाकिस्तानी मीडिया ने नाकामियों की वजह से इमरान का काफी मजाक बनाया। इमरान खान हमेशा ही देश में सरकारों के खिलाफ रहे। इमरान ने एक बार लिखा था, 'मैं कसम खाता हूं कि मैं अपनी सरकार के प्रपोंगेंडे के तहत अपने ही लोगों के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन का समर्थन नहीं करुंगा।' इमरान को इसकी वजह से पाकिस्तान में 'तालिबान खान' भी कहा जाने लगा है।
सुपरस्टार क्रिकेटर से पॉपुलर नेता बने इमरान
इमरान को पूरे देश में लोकप्रियता हासिल है और पाकिस्तान की मिलिट्री के साथ उनके संबंध भी मधुर हैं। इमरान ने अपने सेलिब्रिटी और अपने करिश्माई व्यक्तित्व के अलावा अपने पैसे का प्रयोग देश में मौजूद भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने में किया। भ्रष्टाचार पाकिस्तान जैसे गरीब देश में सबसे अहम मुद्दा है। इस मुद्दे की वजह से यहां पर कई तरह के मतभेद मौजूद हैं। पाकिस्तान ने राजनीति का एक अलग ही इतिहास देखा है और देश कई तरह की निराशाओं का सामना करने को मजबूर है। कई मुश्किलों के बीच इमरान ने खुद को एक जननेता के तौर पर कायम कर लिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने मशहूर पाकिस्तानी जर्नलिस्ट रजा रूमी के हवाले से लिखा है, 'एक व्यक्ति के तौर पर अगर इमरान को देखें तो किसी भी तरह का कोई स्कैंडल उनसे जुड़ा नहीं है, जो पाक राजनेताओं में कम ही देखने को मिलता है।'