पाकिस्तान ने पहली बार मानी कश्मीर में F-16 के प्रयोग की बात, 27 फरवरी की घटना को बताया इतिहास
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने एफ-16 फाइटर जेट पर एक बार फिर से अपना बयान बदला है। पाकिस्तान ने कहा है कि यह उसका अधिकार है कि वह अपनी आत्मरक्षा के लिए किसी भी फाइटर जेट का प्रयोग कर सकता है। पाक की ओर से कुछ हफ्तों पहले कहा गया था कि उसने अमेरिकी फाइटर जेट का प्रयोग 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में हुई डॉगफाइट के दौरान नहीं किया था। आपको बता दें कि 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) के 24 जेट्स जम्मू कश्मीर में भारत के मिलिट्री संस्थानों को निशाना बनाने के मकसद से दाखिल हुए थे। इन पाक जेट्स को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ ) जेट्स ने खदेड़ा था।
आत्मरक्षा के लिए कोई भी जेट प्रयोग कर सकते हैं
पाकिस्तान मिलिट्री की मीडिया विंग आईएसपीआर की ओर से सोमवार को एक बयान जारी किया गया। इस बयान में कहा गया, 'अगर एफ-16 का प्रयोग भी उस समय हुआ तो उस समय पीएएफ के कई जेट्स थे और इन जेट्स ने एक जेट एफ-16 भी था, यह हकीकत नहीं बदल सकती है कि पीएएफ ने भारत के दो फाइटर जेट्स को गिराया था।' बयान में आगे कहा गया है कि भारत को जो समझना है वह अपने हिसाब से अंदाजा लगा सकता है कि कौन सा जेट था, अगर एफ-16 भी था तो भी पाकिस्तान के पास यह कानूनी अधिकार है कि वह अपनी आत्मरक्षा के लिए क्या कदम उठाता है। पीएएफ अभी तक यह कहती आई थी कि उसने 27 फरवरी को चीनी फाइटर जेट जेएफ-17 का ही प्रयोग किया है। इस जेट को चीन और पाकिस्तान दोनों साथ में मिलकर डेवलप कर रहे हैं।
अभी तक सिर्फ चीनी जेट का जिक्र
जहां पाक यह दावा कर रहा है कि उसने भारत के दो जेट्स गिराए तो भारत इस बात से इनकार करता आया है। भारत ने कहा है कि कश्मीर में हुई डॉगफाइट के दौरान उसका सिर्फ एक जेट मिग-21 ही क्रैश हुआ था। क्रैश होने से पहले इसी जेट ने पाकिस्तान के एफ-16 को ढेर किया था। पाकिस्तान मिलिट्री की ओर से जारी इस बयान में 27 फरवरी को हुई घटना को इतिहास का हिस्सा करार दिया है। आईएसपीआर की मानें तो कोई भी एफ-16 आईएएफ का निशाना नहीं बना था। वहीं जेएफ-17 ही एलओसी की दूसरी तरफ हुई कार्रवाई में शामिल थे। वहीं भारत में सेना से जुड़े सूत्रों की मानें तो एफ-16 पर बयान देकर पाक ने पहली बार इस जेट के प्रयोग की बात को अप्रत्यक्ष तौर पर कुबूल कर लिया है। भारत ने अमेरिका के सामने इस मुद्दे को उठाया है जिसमें कई सुबूत के साथ एफ-16 के प्रयोग की बात कही गई है। पाकिस्तान और अमेरिका के बीच हुई एफ-16 की डील के तहत पाक इन जेट्स को आक्रामक या फिर युद्ध के मकसद से प्रयोग नहीं कर सकता है। यह भी पढ़ें-पुंछ में भारत की सेना ने दिया पाकिस्तान को तगड़ा जवाब, 10 पाक सैनिक ढेर