टायफाइड का नया टीका ईजाद करने वाला दुनिया का पहला देश बना पाकिस्तान, WHO ने भी दी मान्यता
नई दिल्ली। एक ओर बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान के नाम चिकित्सा जगत की एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई। पाकिस्तान दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने टायफाइड का नया टीका ईजाद किया है। खास बात ये है कि इस टीके को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से भी मंजूरी मिल चुकी है। इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि देश के कई हिस्सों में टायफाइड की गंभीर शिकायत के बाद इस नए टीके को लेकर प्रयास शुरू किए गए, आखिरकार पाकिस्तान को इसमें बड़ी कामयाबी हासिल हुई। टायफाइड रोधी इस टीके का नाम 'टायफाइड कॉन्जूगेट वैक्सीन' (टीसीवी) दिया गया है।
टायफाइड का नया टीका विकसित करने वाला पहला देश बना पाकिस्तान
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से अनुमोदित टायफाइड रोधी इस टीके का इस्तेमाल दक्षिणी सिंध प्रांत में दो हफ्ते के टीकाकरण अभियान के दौरान किया जाएगा। सिंध वही जगह है जहां 2017 के बाद से देश के सबसे अधिक 10,000 टायफाइड के मामले दर्ज किए गए। 'टायफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन' (टीसीवी) टीके की शुरुआत कराची में एक कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस दौरान सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री अजरा पिचुहो ने कराची में कहा कि ये टीकाकरण अभियान दो हफ्ते चलेगा, जिसमें नौ महीने से 15 साल की उम्र के एक करोड़ (10 मिलियन) से अधिक बच्चों पर फोकस किया जाएगा और उन्हें इस टीके के जरिए फायदा पहुंचेगा।
टीके का नाम है 'टायफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन'
वहीं इस कार्यक्रम में मौजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सहायक जफर मिर्जा ने बताया, 'टायफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन' को अपने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने वाला पाकिस्तान दुनिया का पहला देश बन गया है। फिलहाल इस टीकाकरण अभियान को अभी सिंध इलाके में दो हफ्ते के लिए चलाया जाएगा, बाद में इसे पाकिस्तान के दूसरे क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाएगा।
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गवी (Gavi) की ओर से मुहैया कराई गई टायफाइड की नई वैक्सीन
टायफाइड की नई वैक्सीन गवी (Gavi) की ओर से प्रदान की गई है। गवी, पाकिस्तानी सरकार की वैक्सीन अलायंस है जिसने मुफ्त में इसे उपलब्ध कराया है। पाकिस्तान सरकार, डब्ल्यूएचओ और गवी की एक संयुक्त प्रेस रिलीज के मुताबिक, 2017 में टायफाइड के 63 फीसदी मामलों का दस्तावेजीकरण किया गया था और 70 फीसदी बच्चे गंभीर हालात में थे, जिनमें कई बच्चों की मौत भी हुई थी इस टीके को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2018 में मान्यता दी थी।
जानिए, क्या है टायफाइड
टायफाइड एक तरह का बुखार है, जिसे मियादी बुखार के तौर पर भी जाना जाता है। यह एक तरह का संक्रामक बुखार होता है इसलिए ये एक से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलता है। इतना ही नहीं, यह बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है। अगर सावधानी नहीं बरती जाए तो इससे व्यक्ति की परेशानी बढ़ सकती है। टायफाइड की बीमारी गंदे पानी, साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से फैलती है। यह भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रहने वालों के बीच जल्दी फैलती है।
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