पाकिस्तान मिलिट्री ने अपने ब्रिगेडियर को सुनाई मौत की सजा तो जनरल को दी उम्रकैद
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की आर्मी ने एक जासूसी के आरोप में एक जनरल को उम्रकैद तो एक ब्रिगेडियर को मौत की सजा सुनाई है। इसके साथ ही साथ एक आम नागरिक को भी इन्हीं आरोपों के तहत सजा सुनई गई है। गुरुवार को पाक मिलिट्री की तरफ से जारी बयान में इस बात की जानकारी दी गई है। बंद कमरे में चले ट्रायल में आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने तीनों लोगों को जासूसी और संवदेनशील जानकारियां लीक करने के आरोप में दी गई सजा का समर्थन किया है।
विदेशी एजेंसियों को दी जानकारियां
पाक मिलिट्री की तरफ से इसकी पुष्टि की गई है और कहा गया है कि विदेशी एजेंसियों को जानकारियां लीक की गई जिनसे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता था। पाक मिलिट्री ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल को उम्रकैद की सजा दी है। इकबाल पाकिस्तानी कानून के तहत 14 वर्ष तक जेल में रहेंगे। वहीं रिटायर्ड ब्रिगेडियर राजरा रिजवान को एक असैन्य नागरिक वसीम अकरम के साथ मौत की सजा सुनाई गई। अकरम को पाकिस्तान मिलिट्री की तरफ से ही तैनात किया गया था।सेना की ओर से यह नहीं बताया गया है कि इन्होंने किस तरह की जानकारी लीक की थी या फिर किसे जानकारियां मुहैया कराई गईं। अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि दोनों मिलिट्री ऑफिसर्स रिटायर हो चुके हैं या नहीं। पाकिस्तान आर्मी का अपना कोर्ट और अपना कानून है और मिलिट्री ऑफिसर्स जिन पर गलत काम करने के आरोप लगते हैं, उनके खिलाफ ट्रायल बंद कमरे में चलता है। सिर्फ मिलिट्री प्रक्रिया के तहत ही फैसलों को चुनौती दी जा सकती है।