रंगीन मिजाज बिलावल देख रहे कश्मीर को हासिल करने का सपना
इस्लामाबाद। 'कश्मीर, पाकिस्तान का है और इसकी एक-एक इंच जमीन मैं वापस लेकर रहूंगा,' अपने इस एक विवादित बयान के साथ शनिवार को बेनजीर भुट्टो के शहजादे और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के युवा चेहरे बिलावल भुट्टो भी सुर्खियों में आ गए हैं।
जिस बिलावल को पाकिस्तान का भविष्य करार दिया जाता है, वही बिलावल किसी समय अपनी रंगीन मिजाजी के चलते विदेशी मीडिया की सुर्खियों में छा गए थे।
ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई करने वाले बिलावल भुट्टो की स्टूडेंट और पॉलिटिकल लाइफ से जुड़े कुछ ऐसे सच हैं जिनके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
देखिए बिलावल से जुड़ीं कुछ खास तस्वीरें और जानिए कि कैसे बिलावल ने अपनी एक दोस्त अजीबों-गरीब टाइटल से नवाजा था।
हैरान रह जाएंगे पाक के नागरिक
लीडिंग ब्रिटिश न्यूजपेपर डेली मेल ने वर्ष 2008 में एक रिपोर्ट छापी थी। इस रिपोर्ट में बिलावल की कुछ खास तस्वीरें थीं। इस रिपोर्ट में लिखा गया था कि रूढ़िवादी मुस्लिम यह देखकर हैरान रह जाएंगे कि कैसे पाकिस्तान का भावी नेता लड़कियों के आसपास मंडराता है।
फ्री एल्कोहल एंजॉय करने वाले बिलावल
बिलावल भुट्टो दो लड़कियों के साथ लंदन में रहते थे। उनमें से एक लड़की ने खुद को अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर 'बाइसेक्सुअल' डिक्लेयर किया हुआ था। बिलावल उन पार्टियों में जाते थे जहां फ्री में एल्कोहल या शराब सर्व की जाती थी।
बिलावल ने दिया था बूजी सूजी टाइटल
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक बिलावल ने अपनी इस 'बाइसेक्सुल' खास दोस्त को 'बूजी सूजी' टाइटल से नवाजा था। बिलावल को लड़कियों के गले में बांहे डाले लंदन के क्लबों में देखा जाता था।
पाकिस्तान में मची हलचल
एक बांग्लादेशी टेबलॉयड ने दो वर्ष पहले खबर छापी कि बिलावल भुट्टो और उस समय पाक विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के बीच मोहब्बत परवान चढ़ रही है। खबरें तो यहां तक थीं कि हिना और बिलावल दोनों ही स्विटजरलैंड में जाकर शादी करके बसने का प्लान तक बना चुके हैं।
कनैडियन मीडिया ने दिया टाइटल
ब्रिटिश मीडिया से अलग कनाडा के एक लीडिंग डेली ने उन्हें 'लेडीजमैन' तक का टाइटल दे डाला था।
बिलावल के नाना ने भी देखा था यही सपना
जिस कश्मीर का सपने का जिक्र आज बिलावल ने किया है, वही सपना किसी जमाने में उनके नाना और पाक के पूर्व शासक जुल्लिफकार अली भुट्टो ने भी देखा था। वह अक्सर ही कश्मीर पर दिए गए बयानों की वजह से चर्चा में रहते थे।
जब भारत आए तो की थी शांति की बात
बिलावल अप्रैल 2012 में अजमेर ख्वाजा की दरगाह पर अपने वालिद आसिफ अली जरदारी के साथ आए थे। उस समय बिलावल ने बयान दिया था कि वह चाहते हैं कि पाक और भारत दोनों मुल्कों के बीच अमन और चैन कायम हो सके। आज बिलवाल के सुर बदल गए हैं।