आटे की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान में लोगों को रोटी तक के लाले
इस्लामाबाद। पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान, महंगाई से परेशान हो चुका था। अब उसकी इस परेशान देश में गेहूं की भारी किल्लत से चारगुनी हो गई है। पड़ोसी देश में गेहूं का संकट इस कदर बढ़ गया है कि आठ रुपए की रोटी भी बेचना और लोगों के लिए खरीदना मुश्किल हो गया है। गेहूं के अलावा इस समय पाक में चीनी की भी कमी हो गई है। जियो न्यूज की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने अब इस संकट को दूर करने के लिए 300,000 टन गेहूं का आयात करने का फैसला किया है।
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एक किलो आटा 70 रुपए का
सोमवार को पाक ने गेहूं के आयात को मंजूरी दी है। गेहूं की कमी के चलते पेशावर और कराची में एक किलो आटे की कीमत 70 रुपए तक पहुंच गई है। लोगों के लिए आटा खरीदकर रोटी पकाना तक मुश्किल हो चुका है। पिछले हफ्ते रोटी और ब्रेड की कीमतों में खासा इजाफा देखा गया था। दुकानों और होल सेल मार्केट से आटा गायब था। वहीं रोटी बनाने वालों ने विरोध प्रदर्शन के तहत दुकानों को बंद रखा था। उनका कहना है कि सरकार ने उन पर दबाव बनाया है कि वह नियंत्रित कीमतों में ही अनाज की बिक्री करें।
आठ रुपए वाली रोटी 15 रुपए में
पाक सेना के हेडक्वार्ट्स रावलपिंडी में रोटी की दुकान चला रहे शीराज खान ने कहा कि उनके लिए आठ रुपए में एक रोटी को बेचना नामुमकिन है जबकि आटा ही इतना महंगा बिक रहा हो। पाक में रोटी की कीमतें 15 रुपए तक हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जब से नई सरकार आई है तब से गैस की कीमतें भी बढ़ गई हैं। उन्होंने अनुमान लगाकर बताया कि अब उनका गैस का बिल पहले की तुलना में चार गुना तक बढ़ गया है। पाकिस्तान के खैबर पख्तनूख्वां और सिंध में पिछले माह से गेहूं का संकट जारी है। पाकिस्तान की मीडिया की मानें तो कराची में जारी ट्रांसपोर्ट्स की हड़ताल इसकी सबसे बड़ी वजह है।
अफगानिस्तान में हो रही गेहूं की तस्करी
कराची में पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को लेकर ट्रांसपोर्ट्स विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसकी वजह से सिंध के बाजार में होने वाली सप्लाई पर खासा असर पड़ा। पंजाब और खैबर प्रांत के बीच ट्रांसपोर्ट पर लगे बैन की वजह से खैबर में गेहूं की कमी देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि खैबर से गेहूं की तस्करी अफगानिस्तान में हो रही है और इस वजह से यहां पर लोग रोटी के लिए मोहताज हैं। लोगों का कहना है कि सरकार हालातों से अनजान बनी हुई है। तोरखाम बॉर्डर से गेहूं की स्मगलिंग हो रही है मगर अब तक कुछ भी नहीं किया गया है।
चीनी की भी कमी, 80 रुपए से ऊपर पहुंचा दाम
पीएम इमरान ने शनिवार को गेहूं की इस कमी को लेकर नेशनल फूड सिक्योरिटी एंड रिसर्च के सीनियर ऑफिशियल्स से मुलाकात की थी। गेहूं की कमी से पाकिस्तान बाहर निकल पाता उससे पहले चीनी की कमी भी पड़ोसी मुल्क को झेलनी पड़ रही है। पिछले 15 माह के अंदर पाकिस्तान में एक किलोग्राम चीन की कीमत 64 रुपए से 74 रुपए किलो तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष पाकिस्तान ने 600,000 टन चीनी का आयात किया था। बताया जा रहा है कि अगले हफ्ते तक थोक बाजार में चीन की कीमतों में 80 रुपए प्रति किलो तक का इजाफा हो सकता है।