अमेरिका ने कहा 26/11 पर नवाज का बयान पाकिस्तान के लिए टर्निंग प्वाइंट
अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से मुंबई आतंकी हमलों की ओर से आया बयान पाकिस्तान के लिए एक टर्निंग प्वाइंट की तरह है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की ओर से यह बयान जारी किया है। सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस फॉर पब्लिक अफेयर्स की असिस्टेंट डैना व्हाइट ने यह बात कही।
वॉशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से मुंबई आतंकी हमलों की ओर से आया बयान पाकिस्तान के लिए एक टर्निंग प्वाइंट की तरह है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की ओर से यह बयान जारी किया है। सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस फॉर पब्लिक अफेयर्स की असिस्टेंट डैना व्हाइट ने यह बात कही है। व्हाइट ने यह बात शुक्रवार को एक रेगुलर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कही है। डैना ने यह भी कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति कायम रखने में एक बड़ा रोल अदा करेगा और आतंकवाद के खिलाफ एक अहम भूमिका निभाएगा।
अफगानिस्तान में पाक समर्थित आतंकवाद
डैना ने कहा कि अमेरिका इस बात की उम्मीद करता है कि पाकिस्तान दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सुरक्षा बनाए रखने में उसका साझीदार बनेगा साथ ही शांति कायम रखने में प्रभावशाली भूमिका निभाएगा। डैना के मुताबिक पाकिस्तान ने आतंकवाद को झेला है लेकिन साथ ही साथ अफगानिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा भी दिया है। पाकिस्तान हमेशा से ही अमेरिका की इस बात से इनकार करता आया है। पाक के कई सैन्य और असैन्य अधिकारी इस बात को मानने से इनकार कर देते हैं कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की वजह से सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हो गई है।
क्या कहा था नवाज ने
मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों पर दिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बयान ने यहां पर सियासी तूफान ला दिया था। नवाज के बयान के बाद सेना ने पाक पीएम शाहिद खाकन अब्बासी के साथ मुलाकात की। इसके अलावा नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग भी हुई जिसमें नवाज के बयान पर उनके साथ विस्तार से चर्चा की गई थी। सिक्योरिटी कमेटी ने नवाज के बयान को झूठा करार दे डाला था। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने डॉन न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में एक अहम बयान दिया था। उन्होंने यह बात मानी थी कि 'पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं और 'मुंबई में हुए आतंकी हमलों को रोका जा सकता था।' पाकिस्तान सेना की ओर से उनके इस बयान को 'गलतफहमी पैदा करने वाला' करार दिया गया।