सरताज अजीज ने कहा पाक के मदरसे आतंकी गतिविधियों का हिस्सा
वॉशिंगटन। पाकिस्तान के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने पाकिस्तान में मौजूद मदरसों पर एक अहम और बड़ा बयान दिया है। सरताज अजीज ने कहा है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा पर और कबायली इलाकों पर उत्तरी वजीरिस्तान के आसपास मौजूद मदरसे आतंकी गतिविधियों का केंद्र हैं।
सरताज अजीज ने इसके लिए अफगान शरणार्थियों को जिम्मेदार ठहराया, जो 9/11 के बाद अमरीकी के तालिबान को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद देश में चले आए।
मदरसों में आतंकियों के ट्रेनिंंग सेंटर्स
अजीज ने रक्षा से जुड़े मामलों पर कहा है कि इन मदरसों के पास कल्पना से परे आतंक का ठोस बुनियादी ढांचा है। यहां पर बम बनाने की फैक्ट्रीज चल रही हैं। उन्होंने कहा कि ये मदरसे आतंकवादियों के ट्रेनिंग सेंटर्स हैं।
इनमें फिदायीन हमलावरों को ट्रेनिंग दी जाती है और ये सब कुछ मदरसे के अंदर मौजूदा तहखाने में होता है। सरताज अजीज ने बताया कि एक बार वह नॉर्थ वजीरिस्तान में स्थित मिरानशाह स्थित मस्जिद में गए थे।
अजीज ने खुद देखा एक तहखाना
उन्होंने यहां पर देखा कि मस्जिद के अंदर 70 कमरों वाला तीन मंजिला एक तहखाना था। उन्होंने बताया कि इस तहखाने में चार-पांच आईईडी फैक्ट्रीज, चार-पांच फिदायीन ट्रेनिंग सेंटर, कम्यूनिकेशन नेटवर्क, खास कमरे, कांफ्रेंस रूम जैसी चीजें थीं।
नॉर्थ वजीरिस्तान में शुरू हुआ था जर्ब-ए-अज्ब
उनका मानना है कि पाकिस्तान में कैसे आतंक के बुनियादी ढांचे की गहरी जड़ें विकसित हो गईं। अजीज ने अनुमान जताया कि नॉर्थ वजीरिस्तान में इस तरह के बुनियादी ढांचे वाली 30-40 मस्जिदें हैं। नॉर्थ वजीरिस्तान में जून 2014 में पाक आर्मी ने ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब शुरू किया था।