पाकिस्तान: लाहौर की मस्जिद में ब्लास्ट, बाल-बाल बचा लश्कर सरगना हाफिज का बेटा तल्हा सईद
लाहौर। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखिया हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद पर हमले की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि तल्हा इस हमले में बाल-बाल बच गया है। तल्हा पर हमला लाहौर में शनिवार शाम को हुआ है। सूत्रों की मानें तो हमले की जांच जारी है और हमले में लश्कर के सात आतंकी बुरी तरह से घायल हुए हैं। वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इंग्लिश वेबसाइट फर्स्टपोस्ट की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है।
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मस्जिद में चल रही थी मीटिंग
हमला उस समय हुआ जब लाहौर के मुहम्मद अलील रोड पर स्थित जामिया मस्जिद अली-ओ-मुर्तजा में एक धार्मिक सभा चल रही थी। शुरुआत में बताया गया था कि जो ब्लास्ट हुआ वह एक सिलेंडर ब्लास्ट है। लेकिन पंजाब पुलिस की जांच से जुड़े सूत्रों की मानें तो एयर कंडीशनर पर लगा स्टील शटर पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। इस तरह का नुकसान उस प्रकार के बमों से होता है जिसमें बॉल बेयरिंग्स होती हैं। ब्लास्ट की वजह से कुछ फर्नीचर नष्ट हो गए और टेबल पर पलट गईं।
एसी ऑपरेटर की मौत
जिस समय ब्लास्ट हुआ, उस समय तल्हा सईद मीटिंग में बोलने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा था और लश्कर एक आतंकी मीटिंग को संबोधित कर रहा था। उसे चोट लगी है और उसका जिन्ना अस्पताल में इलाज जारी है जो कि लाहौर का एक टॉप हास्पिटल है। यह हॉस्पिटल मस्जिद से करीब पांच किलोमीटर दूर है। पुलिस का कहना है कि 22 साल का हाफिज मोहम्मद जो एसी ऑपरेटर था, उसकी इस ब्लास्ट में मौत हो गई है। इसके अलावा 25 साल का अहसान, 20 साल का अब्दुल गफूर, 22 साल का अबु बकर, 60 साल का मोहम्मद अफाक और 40 साल का मोहम्मद असलम इसमें घायल हैं।
पाक मीडिया पर कवरेज की रोक
लाहौर स्थित एक जर्नलिस्ट की मानें तो जो लोग मस्जिद में मौजूद थे उसमें जमात-उद-दावा और इस मस्जिद में आने वाले कुछ भी शामिल थे। स्थानीय मीडिया को इस खबर के बारे में लिखने से साफ मना कर दिया गया था। साथ ही तल्हा के घायल होने की जानकारी पंजाब प्रांत के गर्वनर को ही दी गई है।
लाहौर हाई कोर्ट में पेशी के समय ब्लास्ट
ब्लास्ट उस समय हुआ जब लश्कर सरगना हाफिज सईद लाहौर के कोर्ट में आतंकी मामलों से जुड़े अपने केस की पहली पेशी पर जाने वाला था। अब इस केस की सुनवाई 11 दिसंबर को होगी क्योंकि पुलिस मामले में सह-आरोपी बनाए गए मलिक जफर इकबाल को पेश करने में नाकामयाब रही है।