पाकिस्तानः पहली महिला दलित हिन्दू सीनेटर बनीं कृष्णा कुमारी, 16 साल की उम्र में हो गई थी शादी
इस्लामाबादः पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई हिंदू महिला सीनेटर(राज्यसभा सांसद) बनीं हो। शनिवार को कृष्णा कुमारी पाकिस्तान की पहली हिंदू महिला चुनी गई। कृष्णा से पहले साल 2013 में मेंबर ऑफ़ नेशनल एसेंबली (लोकसभा सांसद) रीता ईश्वर लाल नाम की महिला रिजर्व सिंध की सीट से सांसद चुनी गई थीं।
बता दें, इससे पहले भी पाकिस्तान में हिंदू महिलाएं सीनेटर चुकी जा चुकी हैं लेकिन वो दलित हिंदू नहीं थी। साल 2006 में रत्ना भगवान दास चावला पाकिस्तान की पहली महिला हिन्दू सीनेटर चुनी गई थी, लेकिन वो दलित हिन्दू नहीं थीं। रत्ना को पीपीपी ने ही सीनेटर बनाया था।
पीपीपी पाकिस्तान की एक ऐसी पार्टी है जिसने बेनजीर भुट्टो समेत पाकिस्तान को कई महिला राजनेता दी हैं। पाक की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, पहली महिला विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और नेशनल असेंबली की पहली महिला स्पीकर फहमिदा मिर्जा इसी पार्टी से थीं।
पाक मीडिया के अनुसार कृष्णा सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में वो पीपीपी से काफी सालों से जुड़ी हुई हैं। कृष्णा का जन्म 1979 में पाकिस्तान सिंध के नगरपारकर जिले के एक दूरदराज गांव में हुआ था। कृष्णा का संबंध स्वतंत्रता सेनानी रूपलो कोलही के परिवार से है।
महज 16 साल की उम्र में कृष्णा का विवाह लालचंद से हुआ था। उस समय वह नौवीं कक्षा में पढ़ रही थीं। हालांकि शादी के बाद भी उन्होंने शिक्षा जारी रखी और 2013 में सिंध यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल की।
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