पाकिस्तान कराची प्लेन क्रैश में जीवित बचे एक व्यक्ति का जानिए भारत से क्या है खास कनेक्शन
पाकिस्तान कराची प्लेन क्रैश में जीवित बचे एक व्यक्ति का जानिए भारत से क्या है खास कनेक्शन
कराची। पाकिस्तान के शहर कराची में शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की फ्लाइट पीके-8303 लैंडिंग से हवाई हड्डे पर कुछ ही सेकेंड्स पहले रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में पाइलेट समेत करीब 100 लोगों की मौत हो गई है और अब तक 82 शव बरामद किए जा चुके हैं। इस भयावह प्लेन कैंश हादसे को देखकर सभी ने ये ही मान लिया था कि इस प्लेन में यात्रा कर रहे सभी यात्रियों समेत आठ क्रू मेंबर्स की मौत हो चुकी होगी। लेकिन कहावह हैं न जाको राखे साइयां मार सके न कोए। इस प्लेन में सवार ऐसे ही दो भाग्यशाली यात्री सवार थे जिनकी इस हादसे में जान बच गई। इस हादसे में बचने वाले में एक जफर मसूद भी हैं जिनका भारत से ये खास कनेक्शन भी है। आइए जानते हैं क्या हैं इस लकी चैंप का भारत से ये खास कनेक्शन....
यूपी के अमरोहा से इस लकी चैंप का कनेक्शन
दरअसल, कराची प्लेन कैंश हादसे में बाल-बाल बचे जफर मसूद बैंक ऑफ पंजाब के प्रेसीडेंट हैं और इस भाग्यशाली पाकिस्तानी यात्री का भारत से बहुत ही विशेष कनेक्शन हैं। जफर मसूद को इस हादसे में कूल्हे और कॉलर की हड्डी पर चोटें आईं हैं। जफर मसूद का पैतृक निवास के उत्तरप्रदेश के अमरोहा जिले से हैं, इतना हीं नहीं उनका पुश्तैनी परिवार 'पाकीज़ा' फेम कमाल अमरोही के परिवार से ताल्लुक रखता हैं।
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मसूद अपने पुश्तैनी घर को बहुत याद करते हैं
भारत में उनके रिश्तेदार आदिल जफर ने मीडिया को बताया कि जफर मसूद का परिवार 1952 में पाकिस्तान चला गया था और वही बस गया। मुंबई में डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म बनाने वाले आदिल जफर मसूद की मां के पहले चचेरे भाई हैं। आदिल जफर ये भी बताया कि वो 2015 में कराची में मसूद से मिले थे और मसूद भारत को काफी पसंद करते हैं और अपने पैतृक घर को देखने के लिए अमरोहा आने के हमेशा उत्सुक रहते हैं।
पाकीजा फिल्म के अमरोही से ये खास नाता
जफर मसूद की मां का सीधा ताल्लुक कमाल अमरोही से हैं क्योंकि उनके नाना तकी अमरोही, जो पाकिस्तान में एक पत्रकार थे वो पाकीज़ा' फिल्म निर्माता के चचेरे भाई थे। मसूद का परिवार अमरोहा के सद्दो मोहल्ले से संबंध रखता है। उनके दादा मसूद हसन वकील थे और उनके पिता मुन्नवर सईद पाकिस्तान में टीवी कलाकार थे।
दुर्घटना में बचे इस यात्री ने बयां किया पूरा हादसा
जफर मसूद और इंजीनियर मुहम्मद जुबैर भी वो भाग्यशाली शख्स हैं जो इस हादसे में बाल-बाल बच गए। दोनों ही इस समय कराची के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती आ रहे हैं। जुबैर ने मीडिया में इस दर्दनाक हादसे का आंखों देखा हाल बयान किया। उन्होंने बताया कि कराची के घनी आबादी वाले इलाके में जैसे ही प्लेन क्रैश होने वाला था उन्हें चारों तरफ आग नजर आ रही थी। जुबैर ने बताया कि पायलट वन लैंडिंग के लिए नीचे आया और कुछ सेकेंड्स के लिए टच डाउन भी किया। इसके बाद प्लेन ने फिर टेक ऑफ कर लिया। जुबैर ने बताया कि 10 मिनट तक उड़ने के बाद पायलट ने पैसेंजर्स को बताया कि वह लैंडिंग का दूसरा प्रयास करने जा रहे हैं। इसी दूसरे प्रयास में जब प्लेन रनवे की तरफ बढ़ रहा था, तभी क्रैश हो गया। जुबैर ने कहा कि उन्हें बस चारों तरफ धुंआ और आग नजर आ रही थी। वह बच्चों और व्यस्कों की चीखें सुन रहे थे। चारों तरफ आग और धुएं के कारण वह किसी को देख ही नहीं पा रहे थे, ।जुबैर ने बताया कि जब उन्होंने अपनी सीट बेल्ट खोली और तब उन्हें कुछ रोशनी नजर आई। वह उस रोशनी की तरफ बढ़े। जुबैर को इस समय जान बचाने के लिए 10 फीट की ऊंचाई से छलांग लगानी थी
रिहायशी इलाकें के कई मकान तबाह हो गए
मालूम हो कि ये कराची के रिहायशी इलाकें में कैश हुआ इस विमान की चपेट में आने से कई मकान तबाह हो गए हैं। खड़े खड़े चार मकान इस प्लेन के लपेटे में आने के कारण पूरी तरह से तबाह हो गए। इस रिहायशी कालोनी में घरों के बाहर खड़ी कई गाड़ियां भी आग के गोले में बदल गए विमान की चपेट में आने से खाक में मिल गईं। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है इसमें साफ दिख रहा हैं कि विमान रिहायशी इलाकों में गिरता है और बड़ा धमाका होता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह विमान, ए32० एयरबस, चीन से लीज पर लिया गया था। अधिकारियों का ये भी आरोप हैं कि इस विमान में कोई खराबी पहले सामने नहीं आई थी।
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फ्लाइट के पायलट का ऑडियो सामने आया है
पायलट ने ATC को बताया दोनों इंजन फेल लाहौर से कराची आ रही फ्लाइट के क्रैश ने हर किसी को दहला दिया है। अधिकारियों के मुताबिक एक हफ्ते पहले ही सरकार ने कोरोना वायरस की वजह से उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को हटाया था। फ्लाइट के पायलट का ऑडियो सामने आया है उसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, ''मेडे, मेडे, मेडे, हम दोनों इंजन गवा चुके हैं।' सिंध की स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेशुहो ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार देर रात तक 82 शवों को बरामद कर लिया गया था। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जो शव बरामद हुए हैं वे सभी फ्लाइट में सवार यात्रियों के हैं या फिर रिहायशी इलाके में रहने वाले उन नागरिकों के भी हैं जो इस हादसे की चपेट में आए हैं।
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