Kartarpur Sahib: पाकिस्तान श्रद्धालुओं की एंट्री फीस से कमाएगा 21 करोड़, 100 ग्राम प्रसाद के वसूलेगा 151 रुपए
लाहौर। नवंबर माह में सिखों के धर्मगुरु गुरुनानक देवजी की 550वीं जयंती है और इसके साथ ही बरसों से अधूरे पड़े करतारपुर कॉरिडोर की भी ओपनिंग होगी। सिख समुदाय इस मौके पर जश्न की तैयारी कर रहा है तो वहीं पाकिस्तान ने इसे आर्थिक संकट से निबटने के विकल्प के तौर पर समझ लिया है। पाक ने सिख श्रद्धालुओं से एंट्री फीस और प्रसाद के नाम पर अच्छी खासी रकम लूटने की योजना बनाई है। गुरुनानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे और उन्होंने लाहौर के तहत आने वाले गुरुद्वारा दरबार साहिब में आखिरी सांस ली थी। करतारपुर कॉरिडोर इसी दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ेगा।
फीस कम करने से पाकिस्तान का इनकार
एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान करतारपुर साहिब में श्रद्धालुओं से एंट्री फीस के तौर पर 20 डॉलर यानी 1428 रुपए लेगा। भारत सरकार की ओर से कई बाा पाक अथॉरिटीज से अनुरोध किया गया था कि वह इतनी फीस न वसूलें लेकिन हर बार इस रिक्वेस्ट को मानने से अथॉरिटीज ने साफ इनकार कर दिया। 20 डॉलर की एंट्री फीस के अलावा पाक ने करतारपुर साहिब में आने वाले श्रद्धालु के लिए प्रसाद की कीमत भी तय कर दी है। हर श्रद्धालु को 100 ग्राम प्रसाद के लिए 151 रुपए अदा करने होंगे। प्रसाद यूं तो फ्री है लेकिन पाकिस्तान की गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से हर श्रद्धालु के लिए प्रसाद की कीमत तय कर दी गई है।
कड़ा प्रसाद की जगह पिन्नी
अगर हिसाब लगाया जाएगा तो 100 ग्राम प्रसाद की कीमत 10 रुपए से ज्यादा नहीं होगी। ऐसे में पाक की ओर से जो कीमतें तय की गई हैं, वह जरा भी तर्कसंगत नहीं लगती हैं। आमतौर पर हर गुरुद्वारे में हलवा सूजी और घी से बनता है और इसे कड़ा प्रसाद कहते हैं। श्रद्धालुओं को यही कड़ा प्रसाद दिया जाता है। इस हलवे को ज्यादा दिन तक नहीं रखा जा सकता इसलिए हर श्रद्धालु को पिन्नी प्रसाद में दी जाएगी। यह एक पारंपरिक मिठाई है जिसे गेहूं और मेवे के साथ बनाया जाता है। 100 ग्राम पिन्नी का पैक हर श्रद्धालु को दिया जाएगा।
ओपनिंग में आएंगे खालिस्तानी भी
करतारपुर कॉरिडोर समझौते के तहत रोजाना 5,000 श्रद्धालुओं को पाकिस्तान की तरफ दर्शन की मंजूरी दी जाएगी। हर श्रद्धालु से1400 रुपए की एंट्री फीस का मतलब है कि पाक इससे रोजाना 71 लाख रुपए कमाएगा। प्रतिवर्ष यह आंकड़ा 21 करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा यानी कर्ज और आर्थिक संकट में डूबे पाक को इतनी रकम से राहत की उम्मीद है। आठ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग होगी। इस कार्यक्रम से पहले ही पाक रेल मंत्री शेख राशिद खालिस्तानियों का स्वागत करने को तैयार हो चुके हैं। राशिद की तरफ से इन्हें समारोह में आने के लिए इनवाइट भेजा जा चुका है। राशिद ने न सिर्फ इन खालिस्तानियों को इनवाइट किया है बल्कि स्थानीय लोगों से कहा है कि वे इनका गर्मजोशी के साथ स्वागत करें।