करतारपुर कॉरिडोर: पाकिस्तान पीएम इमरान खान बोले- दोनों देश परमाणु ताकत से लैस फिर जंग का सवाल क्यों?
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करतारपुर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कारिडोर के शिलान्यास के मौके पर एक बार फिर अपना पुराना वादा दोहराया है। इमरान खान ने कहा है कि भारत अगर दोस्ती के लिए एक कदम आगे बढ़ाता है तो पाकिस्तान दो कदम आगे बढ़ेगा। इमरान करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद बोल रहे थे और इस दौरान उन्होंने कश्मीर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों की लीडरशिप चाहे तो इस मसले को सुलझा सकती है। पाक पीएम इमरान ने करतारपुर में बुधवार को कॉरिडोर को नींव रखी। इस दौरान भारत से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह पुरी वहां पर मौजूद थे। इसके अलावा पंजाब से कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
तो हम खत्म कर सकते हैं गरीबी
इमरान खान ने कार्यक्रम के बाद बोलते हुए कहा कि अगर भारत एक कदम आगे बढ़ाता है तो पाकिस्तान भी दो कदम बढ़ेगा। इमरान ने यही बात उस समय कही थी जब जुलाई में हुए चुनावों में उन्हें बंपर जीत हासिल हुई थी। इमरान की मानें तो हमें अपने संबंधों को बेहतर करना ही होगा। अगर हम अपने बॉर्डर को खोल देते हैं तो दोनों देशों में मौजूद गरीबी को खत्म किया जा सकता है। इमरान ने यहां पर फ्रांस और जर्मनी का उदाहरण दिया जिन्होंने अपने मतभेदों को भुलाया और आज दोनों देश प्रगति के रास्ते पर हैं।
इमरान ने बताया कैसे हल होगा कश्मीर का मुद्दा
इमरान ने इसके साथ ही कश्मीर का जिक्र भी किया। इमरान ने कहा कि दुनिया में कोई भी ऐसा मसला नहीं है जिसे हल नहीं किया जा सकता है। इंसान चांद तक पहुंच गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच आज सिर्फ कश्मीर ही एक मुद्दा है। उनकी मानें तो इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों तरफ बेहतर नेतृत्व की जरूरत है। इमरान ने कहा कि जरा सोचिए अगर हम दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होते हैं तो कितनी संभावनाएं होंगी जो गरीबी को दूर सकती हैं। इमरान ने कहा कि वह भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं। इमरान ने इसके साथ ही कहा कि जब दोनों देश परमाणु ताकत से लैस हैं तो फिर जंग का सवाल ही नहीं उठता है।
सिखों के चेहरे पर खुशी देकर खुश इमरान
पाक पीएम इमरान ने करतारपुर कॉरिडोर के खुलने पर कहा कि आज उन्हें सिखों के चेहरों पर वही खुशी दिखाई दे रही है तो उन मुसलमानों के चेहरे पर होती है जो मदीना जाते हैं और सिर्फ चार किलोमीटर दूर बॉर्डर पर खड़े होकर उसे देखते हैं। सिखों के चेहरे पर भी वही खुशी नजर आ रही है। इमरान के मुताबिक इस कॉरिडोर के बाद सिखों को बॉर्डर पर खड़े होकर करतारपुर के दर्शन करने की जरूरत नहीं है।