अकेले पड़े पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने सऊदी अरब और UAE से की कश्मीर पर बातचीत
इस्लामाबाद। पिछले एक माह से पाकिस्तान और इसके प्रधानमंत्री इमरान खान जम्मू कश्मीर के मसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय अलग-थलग पड़ गए हैं। यहां तक कि मुसलमान देशों ने भी उन्हें किनारे कर दिया है। जम्मू कश्मीर मसले पर मुसलमान देशों का समर्थन हासिल करने के मकसद से इमरान ने सऊदी अरब और यूएई के विदेश मंत्रियों के सामने इस मुद्दे को उठाया है। पांच अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला किया था और तब से ही पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत को इस मसले पर यूएई का समर्थन मिला था। यूएई ने इस पूरे मसले को भारत का आतंरिक मसला करार दिया था।
शनिवार सुबह पहुंचे मंत्री
सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्देल बिन अहमद अल-जुबैर और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद सुल्तान अल-नाहयान पाकिस्तान पहुंचे हैं। शनिवार की सुबह दोनों मंत्री सुबह-सुबह ही पाकिस्तान पहुंचे और उन्होंने पाक समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात की। इमरान खान ने कहा कि सऊदी अरब और यूएई दोनों देशों को भारत से अपील करनी चाहिए कि वह कश्मीर पर लिया अपना फैसला वापस ले। इमरान खान के ऑफिस की ओर से इस पर बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया है, 'दोनों देशों को वर्तमान चुनौतियों की तरफ ध्यान देना चाहिए, तनाव को कम करने की कोशिश करनी चाहिए और साथ ही शांति और सुरक्षा के माहौल को आगे बढ़ाना चाहिए।'
इमरान ने किया था फोन
दोनों मंत्रियों ने विदेश विभाग का दौरा भी किया और कुरैशी के साथ विस्तृत मुलाकात भी की। कुरैशी ने दोनों नेताओं को कश्मीर के हालातों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा माना जा रहा है कि दोनों ने पाक आर्मी चीफ जनरन कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात की। सऊदी अरब के विदेश मंत्री, इमरान की फोन कॉल के बाद पहुंचे हैं। इमरान ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बात की थी। दोनों के बीच जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद यह तीसरी फोन कॉल थी।
पाक का करीबी सऊदी अरब
सऊदी अरब, पाकिस्तान करीबी साझीदार है। आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान को सऊदी अरब से कई बिलियन डॉलर की मदद दी गई है। पाकिस्तान ने भारत के फैसले को गैर-कानूनी बताते हुए राजनयिक संबंधों को कमतर कर दिया था। इसके अलावा इमरान की तरफ से भारत को युद्ध और परमाणु युद्ध की धमकी भी दी जा चुकी है। भारत ने आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले को आतंरिक फैसला बताते हुए पाक के बर्ताव को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है।