राफेल से चिढ़ी पाकिस्तान मिलिट्री, कहा-भारत 5 क्या 500 जेट ले आए फिर भी डरने वाले नहीं
इस्लामाबाद।
इंडियन
एयरफोर्स
(आईएएफ)
की
फाइटर
स्क्वाड्रन
में
29
जुलाई
को
पांच
राफेल
जेट
शामिल
हो
गए।
इन
जेट्स
को
हरियाणा
के
अंबाला
में
तैनात
किया
गया
है।
पाकिस्तान
बॉर्डर
से
कुछ
ही
दूर
स्थित
अंबाला
में
जेट
के
डेप्लॉयमेंट
के
बाद
पड़ोसी
मुल्क
की
तरफ
से
प्रतिक्रिया
आई
है।
पाक
सेना
का
कहना
है
कि
भारत
के
पास
5
राफेल
जेट
हो
या
500
हम
डरते
नहीं
और
हर
तरह
की
आक्रामकता
का
जवाब
देने
के
लिए
पूरी
तरह
से
तैयार
हैं।
राफेल
के
आने
के
बाद
पाक
ने
कहा
था
कि
भारत
सैन्य
शक्ति
को
बढ़ाकर
क्षेत्र
में
असंतुलन
की
स्थिति
पैदा
कर
रहा
है।
यह भी पढ़ें-लद्दाख में चीन को नए तरीकों से मात देने की तैयारी
Recommended Video
चाहे S-400 ले आए, हम नहीं डरने वाले
पाकिस्तान आर्मी की मीडिया विंग इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल बब्बर इफ्तिखार ने गुरुवार को यह दावा किया है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन में उनके बयान को प्रमुखता से छापा गया है। मेजर जनरल बब्बर ने यह बात उस समय कही है जब पाकिस्तान के लिए आतंरिक और बाहरी मुद्दों के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा जा रहा था। उन्होंने कहा, 'भारत 5 राफेल लाए या 500 या फिर एस-400 ले आए हमें इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। हम पूरी तरह तैयार हैं और उसकी हर आक्रामकता का जवाब देंगे।' इफ्तिखार ने कहा, 'पाकिस्तान भारत के बढ़ते सैन्य खर्चे और रक्षा बजट को लेकर चिंतित है लेकिन किसी भी तरह की आक्रामकता के लिए तैयार हैं, बावजूद इसके कि भारत ने हाल ही में फ्रांस से राफेल फाइटर जेट्स लिए हैं।'
भारत का रक्षा बजट संतुलन को प्रभावित कर रहा
उन्होंने आगे कहा, 'हमारे मुकाबले भारत का रक्षा खर्च और बजट क्षेत्र के पारंपरिक संतुलन को प्रभावित कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान में कई लोग कहते हैं कि पाकिस्तान का रक्षा बजट बहुत ज्यादा है। इस समय हम बजट का 17 प्रतिशत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स पर खर्च कर रहे हैं। पिछले 10 सालों में पाकिस्तान का रक्षा खर्च लगातार कम हो रहा है। इसके बावजूद हमारी क्षमताएं कम नहीं हुई हैं। इसलिए भारत, राफेल लाए या एस-400 हमारी तैयारी पूरी है।' राफेल आने के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया था कि इससे उनकी चिंता बढ़नी चाहिए जो भारत की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देना चाहते हैं। डॉन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के इस बयान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ट्वीट का जवाब माना जा रहा है।
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को बनाया था निशाना
हरियाणा का अंबाला एयरफोर्स स्टेशन राफेल का पहला घर बना है। अंबाला का एयरफोर्स स्टेशन वेस्टर्न एयर कमांड का हिस्सा है और आईएएफ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। सन् 1965 और 71 में पाकिस्तान के साथ हुई जंग हो या फिर 1999 में हुआ कारगिल संघर्ष, इस एयरफोर्स स्टेशन ने हर बार दुश्मनों के खिलाफ मोर्चा संभाला। आप इसको सबसे बिजी एयरफोर्स स्टेशन भी कह सकते हैं। 65 और 71 की जंग में पाकिस्तान ने इसे उड़ाने की कोशिशें भी की थीं। राफेल जेट हर तरह का हथियार ले जाने में सक्षम है। इस जेट के आने से भारत की हवाई ताकत में कई गुना इजाफा हुआ है। जेट ऐसे समय में भारत आए हैं जब लद्दाख में चीन के साथ तनाव जारी है।
बालाकोट एयरस्ट्राइक का हिस्सा
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को पाकिस्तान के कब्जे वाले बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया गया। इस दौरान एक बार फिर अंबाला ने बड़ा रोल अदा किया। बालाकोट एयरस्ट्राइक को 'ऑपरेशन बंदर' कोड वर्ड दिया गया था। इस दौरान बम गिराने वाले मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने अंबाला से ही ऑपरेट किया था। वहीं एयरबेस पर जगुआर भी रेडी थे। आईएएफ अंबाला से चार जगुआर लॉन्च करने के लिए तैयार थी जबकि दो सुखोई-30 फाइटर जेट्स को कॉम्बेट एयर पेट्रोल (CAP) के लिए बहावलपुर की तरफ भेजा जा चुका था। यह जगह जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर है।