PAK बोला-भारत इसी महीने फिर से करने वाला है अटैक, तारीख भी बताई
कराची: पाकिस्तान और भारत के बीच पुलवामा हमले और फिर भारतीय वायुसेना की की पाक में घुसकर की गई एयर स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच संबंध सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया कि पाकिस्तान के पास बेहद विश्वसनीय खुफिया सूचना है कि भारत इस महीने पाकिस्तान पर एक और हमला कर सकता है। दो परमाणु हथियार संपंन्न देशों के बीच इस महीने फरवरी से लगातार गतिरोध बना हुआ है।
पाकिस्तान ने हमले की तारीख बताई
पाकिस्ताम के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि ये हमला 16 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच हो सकता है। कुरैशी ने अपने गृहजनपद मुल्तान में पत्रकारों से कहा कि हमारे पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत पाकिस्तान पर एक नए हमले की तैयारी कर रहा है। हमें मिली सूचना के मुताबिक यह हमला 16 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच किया जा सकता है। कुरैशी ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि उनके पास इसके क्या सबूत है और वो किस आधार पर इस विशिष्ट टाइमिंग की बात कह रहा है।
'इमरान खान सूचना शेयर करने को तैयार'
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस सूचना को भारत के साथ शेयर करने को तैयार हैं। पाकिस्तान ने भारत के विदेश मंत्रालय के कार्यालय को एक ईमेल भेजा था, लेकिन इसका जवाब हमें अभी तक नहीं मिला है। इमरान खान ने भारत में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) पर "युद्ध उन्माद का आरोप लगाया है। भारत ने दावा किया था कि फरवरी में दोनो देशों के बीच गतिरोध के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लड़ाकू विमान एफ -16 को मार गिराया था। इसके बाद वायु सेना ने एक मिसाइल के टुकड़े प्रदर्शित किए थे जो एफ -16 में यूज होने वाली मिसाइल के थे।
'पुलवामा हमले के बाद भारत ने की एयर स्ट्राइक'
14 फरवरी को आतंकियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था। इसमें एक एक आत्मघाती आतंकी ने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ के काफिले की बस से टक्कर मार दी थी। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने 27 फरवरी तड़के पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इसी दिन पाकिस्तान ने भारत के लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस दौरान भारतीय पॉयलट को रेस्क्यू के समय पाक ने पकड़ लिया था। इसके अगले दिन पाकिस्तान को दवाब के चलते उसे रिहा करना पड़ा था।