कुलभूषण जाधव से मिले भारतीय उच्चायोग के डिप्टी हाईकमिश्नर गौरव अहलूवालिया, पाकिस्तान ने दिया पहला काउंसलर एक्सेस
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इस्लामाबाद। इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आज भारत के डिप्टी हाई-कमिश्नर गौरव आहलूवालिया ने कुलभूषण जाधव से मुलाकात की। रविवार को पाकिस्तान की तरफ से जाधव को काउंसलर एक्सेस का प्रस्ताव दिया गया था। दोनों की मुलाकात करीब 12:30 बजे शुरू हुई और ढाई घंटे तक चली। अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि इनके बीच क्या बातचीत हुई है। 17 जुलाई को आए फैसले में आईसीजे ने पाक को आदेश दिया था कि वह जाधव को काउंसलर एक्सेस मुहैया कराए और साथ ही उसकी सजा पर तब तक के लिए रोक लगा दी है जब तक पाकिस्तान अपने फैसले का रिव्यू नहीं कर लेता।
जाधव को जासूस मानता है पाकिस्तान
केंद्र सरकार से जुड़े सूत्रों की ओर से जानकारी दी गई थी कि भारत के चार्ज डि अफेयर्स गौरव आहलूवालिया कुलभूषण जाधव से मुलाकात करेंगे। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान सही माहौल सुनिश्चित करेगा, ताकि मुलाकात मुक्त, निष्पक्ष, सार्थक और प्रभावी होगी और साथ ही इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के आदेशों के मुताबिक ही होगी। बताया जा रहा है कि दोनों की मुलाकात करीब दो घंटे की होगी।रविवार को पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस बाबत ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि आईसीज के फैसले और देश के नियमों के तहत जाधव को सोमवार को काउंसलर एक्सेस दिया जाएगा। फैसल ने जो ट्वीट किया था उसमें लिखा था, 'भारत के जासूस कुलभूषण जाधव को दो सितंबर 2019 को काउंसलर एक्सेस दिया जाता है जो एक सर्विंग इंडियन नेवी ऑफिसर और रॉ के ऑपरेटिव हैं। पाकिस्तान के कानूनों, आईसीजे के फैसले और विएना संधि के तहत एक्सेस दिया जा रहा है।' भारत पिछले तीन वर्षों से जाधव के काउंसलर एक्सेस के लिए अपील की रहा था। इसके बाद भारत ने मई 2017 में आईसीजे में इसके लिए तब अपील की जब पाक की मिलिट्री कोर्ट ने जाधव को मौत की सजा सुना दी थी।
पहले प्रस्ताव को भारत ने नकारा
इससे पहले पाकिस्तान ने दो अगस्त को जाधव को काउंसलर एक्सेस की पेशकश की थी। भारत ने उस एक्सेस को मानने से इनकार कर दिया था। दरअसल पाकिस्तान ने उस समय तीन शर्तों के साथ जाधव को एक्सेस दिया था। भारत ने कहा था कि निगरानी में मुलाकात संभव नहीं है। साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान, जाधव को बिना रोक-टोक वाला काउंसलर एक्सेस मुहैया कराए। पाकिस्तान चाहता था कि जिस समय भारत के अधिकारी जाधव से मुलाकात करें, पाक ऑफिसर्स वहां पर मौजूद हों। इसके साथ ही मुलाकात सीसीटीवी कैमरे के साए में होनी चाहिए बिल्कुल वैसे जैसे जाधव के परिवार के समय हुई थी। सूत्रों की मानें तो भारत ने साफ संदेश पाक को दिया है और कहा है कि जाधव को हर हाल में काउंसलर एक्सेस मिलना चाहिए और वह भी डर के माहौल के बिना।धव को मार्च 2016 में पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था और उन्हें अप्रैल 2017 मिलिट्री कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। आईसीजे ने कहा था कि काउंसलर एक्सेस जाधव का मौलिक अधिकार है।