मुशर्रफ को बड़ी राहत, बलूच नेता बुग्ती के मर्डरकेस में हुए रिहा
क्वेटा। पाकिस्तान के क्वेट स्थित एंटी-टेररिज्म कोर्ट ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ को बलूच नता नवाब अकबर खान बुग्ती की हत्या के आरोप से बरी कर दिया है।
कोर्ट ने पूर्व प्रान्तीय गृहमंत्री मीर शोयब नूरशेरवानी और पूर्व संघीय गृहमंत्री आफताब शेरपा को भी बरी कर दिया है।
कोर्ट ने नवाब अकबर बुग्ती के बड़े बेटे नवाबजादा जमील अकबर बुग्ती की अपने पिता के शव के अवशेष को कब्र से निकाल कर उसकी जांच कराने की मांग को भी खारिज कर दिया। यह मांग शव उनके पिता का ही है, इसकी पुष्टि के लिए की गई थी।
नवाब बुग्ती ने एक और आवेदन में संसदीय समिति उन सदस्यों को तलब करने की मांग की थी, जिन्होंने 2005 के मार्च के डेरा बुग्ती की हिंसा के बाद नवाब बुग्ती का बयान दर्ज किया था।
कोर्ट ने उनके इस आवेदन को भी खारिज कर दिया। मार्च की हिंसा में दर्जनों लोग मारे गये थे। बलूच नेता नवाब अकबर बुग्ती 26 अगस्त 2006 को बलूचिस्तान के कोहलू जिले के तरातबी के पहाड़ों पर बलूच विद्रोहियों के विरुद्ध सेना की कार्रवाई में मारे गये थे।
नवाब बुग्ती के पुत्र नवाबजादा जमील अकबर बुग्ती ने अपने पिता की हत्या के विरुद्ध पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ, पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज, बलूचिस्तान के पूर्व गवर्नर ओवैश अहमद गनी, आफताब अहमद खां शेरपा तथा अन्य लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था। नवाब बुग्ती की हत्या का पूरे देश में विरोध हुआ था।