पाकिस्तान में Coronavirus मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर की मौत, कुछ दिन पहले ही में मिली थी MBBS की डिग्री
इस्लामाबाद। कोरोना वायरस ने पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक युवा डॉक्टर की जान ले ली है। युवा डॉक्टर रियाज अपनी उम्र के 20वे वर्ष के पड़ाव में थे। उनकी मौत के साथ ही पाक में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 804 हो गई है और अब तक यहां पर छह लोगों की मौत हो गई है। डॉक्टर उसामा की मौत के बाद पाक में ट्विटर यूजर्स काफी दुखी हैं और अलग-अलग ट्वीट कर उनके लिए अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रहे हैं।
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फेफड़े और दिमाग में इंफेक्शन
डॉक्टर उसामा, ईरान के ताफ्तान से लौटे मरीज का इलाज कर रहे थे। इसी समय वह वायरस के संक्रमण का शिकार हो गए। वह दो दिनों से वेंटीलेटर पर थे और रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। उसामा गिलगित-बाल्टीस्तान के रहने वाले थे और इसी वर्ष उन्होंने अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी की थी। उन्हें गिलगित-बाल्टीस्तान के डीएचक्यू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसामा के फेफड़े और उनके ब्रेन टिश्यूज में गंभीर संक्रमण हो गया था। उसके बाद से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। लोग डॉक्टर उसामा को रीयल हीरो करार दे रहे हैं।
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इमरान खान बोले लॉकडाउन नहीं करेंगे
पाकिस्तान में रोजाना कोरोना वायरस के केसेज में तेजी से इजाफा हो रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इन सबके बीच देशभर में लॉकडाउन करने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि देश में जो हालात हैं उनके बाद देश में लॉकडाउन संभव नहीं है क्योंकि देश की 25 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है। इमरान ने रविवार को देशवासियों से अपील की है कि वे सेल्फ क्वारंटाइन का पालन करें। हालांकि सिंध प्रांत में सरकार की तरफ से रविवार आधी रात से 15 दिनों का लॉकडाउन शुरू हो गया है।
गरीबी और अर्थव्यवस्था का हवाला
इमरान ने रविवार को जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकेगी। इसके साथ ही देशभर में आर्थिक असंतोष भी बढ़ सकता है। पाक का सिंध प्रांत देश का वह हिस्सा है जो कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा मार झेल रहा है। इमरान ने कहा है कि यूरोपियन देशों की तरह पाक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए शटडाउन जैसे विकल्पों को अपना नहीं सकता है। उनका कहना था कि देश की अर्थव्यवस्था पहले ही बिखरी हुई है। अगर शहरों को यूरोपियन देशों की तर्ज पर लॉकडाउन कर दिया गया तो फिर लोग भूख से मर जाएंगे।
कहां पर कितने मरीज
राजधानी इस्लामाबाद में 15, पंजाब प्रांत में 352, 31 खैबर पख्तूनख्वां में, 108 बलूचिस्तान में, 71 गिलगित बाल्टीस्तान में और 72 केस पीओके में सामने आए हैं। देश में पांच मरीज ठीक हो चुके हैं। पिछले दिनों इमरान ने देशवासियों से कहा है कि अगर उनमें कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं तो भी डरे नहीं और घर पर ही रहें। इमरान ने दावा किया कि 97 प्रतिशत लोग जिनके कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आए हैं, वे पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। 90 प्रतिशत लोगों को सामान्य बुखार की ही तरह हल्का बुखार महसूस हो सकता है।