FATF ने दी पाकिस्तान को चेतावनी, 'आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करो, नहीं तो...'
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ओरलैंडो। अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के ओरलैंडो में शुक्रवार को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अहम मीटिंग हुई। इस मीटिंग में पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी गई है। पाक को अक्टूबर तक का समय दिया गया है। एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को कहा गया है कि अगर उसने अपनी सरजमीं पर मौजूद यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की ओर से ब्लैकलिस्टेड आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो फिर उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। शुक्रवार को भारत के कूटनीतिक सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। सूत्रों ने बताया है कि चीन, पाकिस्तान के बचाव में जरूर आया लेकिन पाक को दी गई चेतावनी पर उसने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई।
अभी तक क्यों नहीं लिया गया कोई एक्शन
पाकिस्तान को एफटीएफ की ओर से ग्रे लिस्ट में रखा गया है। संस्था ने माना कि पाकिस्तान ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग को रोकने के लिए कुछ नहीं किया है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में 13 से 18 अक्टूबर तक होने वाली एक और मीटिंग में पाकिस्तान पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। एफएटीएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'हम पाकिस्तान से कड़े शब्दों में गुजारिश करते हैं कि अक्टूबर 2019 तक वह अपने एक्शन प्लान को पूरा करे क्योंकि तब तक उसका पिछला तय एक्शन प्लान खत्म होने वाला है।' बयान में आगे कहा गया है कि अगर पाकिस्तान ने ऐसा नहीं किया तो फिर एफएटीएफ अपने अगले कदम के बारे में फैसला लेगा।' एफएटीएफ ने पाकिस्तान से इस बात को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा है कि वह अभी तक कई बातों की जानकारी देने में क्यों असफल रहा है। एफएटीएफ ने कहा है कि अभी तक आतंकियों को मिलने वाले हथियार, विस्फोटक और कैंप्स जैसी आतंकी संपत्तियों को लेकर पाक ने कोई भी एक्शन क्यों नहीं लिया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की कगार पर पाक
अगर पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट होता है तो फिर उसे पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का खतरा बढ़ जाएगा। भारत और दूसरे देशों की तरफ से पाकिस्तान पर हाफिज सईद, मसूद अजहर और यूएन की तरफ आतंकी घोषित दूसरे लोगों पर ठोस कार्रवाई न करने का आरोप लगाया गया है। भारत का मानना है कि पाकिस्तान को अभी तक एंटी-टेरर कानूनों के तहत तय मानकों के मुताबिक कार्रवाई करनी है। एक सीनियर ऑफिसर की ओर से बताया गया, 'यह वाकई एक गंभीर मसला है कि पाकिस्तान का आतंक विरोधी कानून अभी तक एफएटीएफ के मानकों के मुताबिक नहीं और साथ ही यूएन के 2462 प्रस्ताव के भी खिलाफ है जिसमें टेरर फाइनेंसिंग का एक अपराध बताया गया है।' एफएटीएफ के कई सदस्य देशों की तरफ से भी इस मुद्दे को उठाया गया कि अभी तक पाक में यूएन की तरफ से आतंकी घोषित हाफिज सईद और अजहर मसूद के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है। पाक को मीटिंग में टर्की, चीन और मलेशिया का समर्थन मिला। हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।