आज FATF की मीटिंग में होगा पाकिस्तान पर बड़ा ऐलान, चीन ने भी छोड़ दिया है साथ
पेरिस। आज फ्रांस की राजधानी पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अहम मीटिंग होने वाली है। इस मीटिंग में पाकिस्तान एजेंडे में सबसे ऊपर है। माना जा रहा है कि आज इस बात का आधिकारिक बयान जारी किया जा सकता है कि पाकिस्तान को जून तक ग्रे लिस्ट में रहना पड़ सकता है। टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली संस्था एफएटीएफ की तरफ से पाकिस्तान को चेतावनी दी जा सकती है कि अगर उसने जून 2020 तक 27 बिंदुओं पर पूरी तरह से एक्शन नहीं लिया तो फिर उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।
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पाकिस्तान के साथ व्यापार पर लगेगी रोक!
इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से बताया गया है कि एफएटीएफ इस बात को लेकर चिंतित है कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों को मिलने वाली आर्थिक मदद और उन्हें सजा देने की दिशा में कोई भी खास प्रगति नहीं की है। अगर पाकिस्तान अब जून तक आतंकियों पर एक्शन लेने में फेल होता है तो फिर उस पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। एफएटीएफ की तरफ से पाकिस्तान को वॉर्निंग दी जा चुकी है कि वह अपने सभी सदस्यों को बुलाकर उनसे अपील कर सकता है कि वह पाक के साथ होने वाले व्यापार और ऐसी दूसरी चीजों के बारे में गंभीरता से सोचे। अक्टूबर 2019 की मीटिंग में एफएटीएफ की तरफ से वही भाषा प्रयोग की गई थी तो ईरान के खिलाफ प्रयोग की जा चुकी है। ईरान फिलहाल ब्लैकलिस्ट है।
चीन आया भारत के साथ
इससे अलग गुरुवार को सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि भारत को इस मीटिंग में एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। चीन जो कि पाकिस्तान का सबसे करीबी दोस्त है, उसने अब पाक का साथ छोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक चीन के अलावा सऊदी अरब भी अब इस मुद्दे पर भारत के साथ है। अमेरिका और यूरोपियन देशों की तरफ से पाकिस्तान को आतंकवाद पर कड़ा संदेश दिया गया है। राजनयिक सूत्रों की मानें तो सिर्फ तुर्की ही ऐसा देश है जिसने पाकिस्तान का साथ दिया है। चीन के रुख को एक बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। चीन ने हमेशा ही पाक का एफएटीएफ में समर्थन किया है। बताया गया है कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही रखने का फैसला किया गया है।