ईयू की पाक को चेतावनी, बंद नहीं हुआ बलूच लोगों पर अत्याचार तो लगेंगे बैन
जेनेवा। पहले यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) में मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान की मुश्किलें यूरोपियन यूनियन (ईयू) की ओर से आई नई चेतावनी ने बढ़ा दी हैं। ईयू ने पाक को कहा है कि अगर उसने बलूचिस्तान में रह रहे लोगों पर अत्याचार बंद नहीं किया तो फिर उस पर बैन लगा दिया जाएगा।
पढ़ें-मिलिए भारत की बेटी से, जिसने यूएन में पाक को दिया करारा जवाब
पाक को किया आगाह
ईयू वाइस प्रेसीडेंट आर जारनेकी ने इस बाबत पाक को सावधान किया है। उन्होंने कहा है कि पाक को बलूच में रह रहे लोगों पर अत्याचार बंद करने होंगे। अगर बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का हनन जारी रहा तो फिर पाक पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगाने के लिए ईयू बाध्य हो जाएगा।
पढ़ें-कौन ज्यादा पावरफुल पाक का F-16 या भारत का सुखोई
उठाने पड़ेंगे कुछ कड़े कदम
जारनेकी ने यह बातें उस समय कहीं जब वह मानवाधिकारों पर जारी बहस पर बोल रहे थे। जारनेकी ने ईयू से कहा कि अगर उनके सहयोगी दल मानवाधिकार और उनके नियमों को नहीं मानते हैं तो फिर इस तरफ कुछ कड़े कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह समय कुछ करने का है सिर्फ बातें करने से काम नहीं चलेगा।
पढ़ें-कश्मीर मुद्दे पर अकेला हुआ पाकिस्तान
पाक के हैं दो चेहरे
जारनेकी की मानें तो पाक के साथ ईयू के राजनीतिक और आर्थिक रिश्ते हैं और ऐसे में पाक को अपना नजरिया बलूचिस्तान के लिए बदलना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पाक के दो चेहरे हैं एक तो वह जो दुनिया के सामने दिखाने की कोशिश करता है और दूसरा वह जिसमें वह ह्यूमन राइट्स के हनन को बढ़ावा देता है। उन्होंने ईयू के सभी 28 सदस्यों से पाक पर कार्रवाई करने की मांगे की।