Elections results 2019: मोदी की जीत पर पाकिस्तान ने पटाखे नहीं मिसाइल फोड़ी
इस्लामाबाद। लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों (Lok Sabha Elections results 2019) पर पाकिस्तान में भी नजर रखी जा रही है। जहां एक तरफ दुनिया भर में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाईयां मिल रही हैं तो वहीं पाकिस्तान में मिसाइल का टेस्ट हो रहा है। पाक ने एक तरफ यह कहा है कि वह भारत के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं लेकिन दूसरी तरफ वह परमाणु क्षमता से लैस शाहीन मिसाइल का टेस्ट भी कर रहे हैं।
भारत को चेतावनी देना मकसद
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की ओर से बताया गया है कि भारत को चेतावनी देने के मकसद से पाक ने जमीन से जमीन पर हमला करने वाली बैबैलेस्टिक मिसाइल शाहीन II का सफल परीक्षण किया है। इस मिसदइन की रेंज 1500 मील है। पाकिस्तान की मिलिट्री की ओर से बयान जारी किया गया है। इस बयान में कहा गया है कि शाहीन II एक उच्च क्षमता वाली मिसाइल है जो पाकिस्तान की सभी रणनीतिक जरूरतों को पूरा करती है। बुधवार को पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
पुलवामा के बाद से तनाव
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की ओर से कहा गया था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाते हैं तो फिर पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों में तनाव का माहौल है। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी। इस एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाया गया था। 27 फरवरी को पाकिस्तान एयरफोर्स के 24 जेट्स जम्मू कश्मीर में दाखिल हुए थे और उन्होंने भारत की वायुसीमा का उल्लंघन किया था।
इमरान तलाश रहे अब एनएसए
पिछले वर्ष जब पाक पीएम इमरान खान ने चुनाव जीता था तो उस समय उन्होंने भारत के साथ रिश्तों को बेहतर करने की बात कही थी। पिछले दिनों पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा है कि भारत में चुनाव खत्म हो चुके हैं और पाकिस्तान ने रिश्तों को सामान्य करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। अखबार ने दावा किया था कि दिल्ली के करीब होने और रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए अब पाकिस्तान की सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की नियुक्ति पर विचार कर रहे हैं।
क्या इमरान आएंगे भारत
साल 2014 में जब पीएम मोदी ने इसी तरह से विशाल जीत दर्ज की थी तो उन्होंने तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण के लिए इनवाइट किया था। दरअसल शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के सभी राष्ट्राध्यक्षों ने शिरकत की थी और नवाज भी इसका ही हिस्सा थे। अब विशेषज्ञों की नजरें इस बात पर टिकी हुई हैं कि मोदी, उसी तरह से इमरान को शपथ ग्रहण के लिए बुलाते हैं या नहीं।।