दांतों के डॉक्टर से पाकिस्तान के राष्ट्रपति तक पढ़िए आरिफ अल्वी का प्रोफाइल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आज राष्ट्रपति के लिए चुनाव हो रहे हैं और आज इस देश का 13वां राष्ट्रपति चुना जाएगा। पाकिस्तान में राष्ट्रपति का चुनाव चुने हुए सांसद, सीनेट और पंजाब, सिंध, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के चुने हुए प्रतिनिधि करते हैं। इस बार यहां पर राष्ट्रपति के चुनाव की रेस में तीन दावेदार हैं। सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के डॉक्टर आरिफ अल्वी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की ओर से समर्थन हासिल करने वाले मुताहिदा मजलिस-ए-अमाल (एमएमए) के फजलुर रहमान और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के एतजाज अहसान। पीटीआई के डॉक्टर आरिफ अल्वी रेस में सबसे आगे हैं। वह पेशे से एक डेंटिस्ट हैं लेकिन उनके पास राजनीति का भी अच्छा-खासा अनुभव है। जानिए कौन हैं डॉक्टर अलवी और कैसे वह पाक की राजनीति के एक बड़े अध्याय के गवाह रहे हैं।
छात्र जीवन से ही सक्रिय राजनीति में
डॉक्टर अल्वी जो पीटीआई की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए नामित हैं, उनके पास राजनीति का पिछले पांच दशकों का अनुभव है। उन्होंने लाहौर के मॉन्टमॉरेंसी कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री से डेंटिस्ट की पढ़ाई पूरी की है। कॉलेज के समय ही वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे। साल 1969 में जब पाकिस्तान में जनरल अयूब खान की सेना का शासन था, डॉक्टर अल्वी राजनीति में सक्रिय हो गए। उनकी पार्टी के नेताओं की मानें तो अल्वी उन चुनिंदा नेताओं में से हैं, जिन्होंने देश के लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी है।
आज भी दाएं हाथ में है एक गोली
पीटीआई के कार्यकर्ताओं के मुताबिक जब लाहौर की मॉल रोड पर विरोध प्रदर्शन हो रहा था उस समय डॉक्टर अल्वी को गोली लगी थी। कहते हैं कि आज भी वह गोली उनके दांए हाथ में हैं और डॉक्टर अल्वी इसे पाकिस्तान में लोकतंत्र के लिए अपने संघर्ष की निशानी करार देते हैं। डॉक्टर अल्वी पीटीआई के संस्थापकों में से एक हैं। उन्होंने साल 1997 और 2002 में सिंध की सीट से नेशनल एसेंबली के लिए चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें इन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था।
इमरान के खास डॉक्टर अल्वी
प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई का संविधान लिखने वालों में एक नाम डॉक्टर अल्वी का भी है। डॉक्टर अल्वी साल 1996 में पार्टी की सेंट्रल एग्जिक्यूटिव काउंसिल में आए और फिर इसके बाद साल 1997 में उन्हें सिंध में पार्टी का प्रेसीडेंट बना दिया गया। साल 2001 में उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया और फिर साल 2006 में पार्टी के सेक्रेटरी जनरल बन गए। साल 2013 में उन्होंने कराची से नेशनल एसेंबली का चुनाव लड़ा और इस बार उन्हें जीत हासिल हुई। इस वर्ष भी 25 जुलाई को जब पाकिस्तान में चुनाव हुए तो डॉक्टर अल्वी कराची की नेशनल एसेंबली सीट एनए-247 पर उम्मीदवार थे। इस बार उन्होंने चुनाव 91,020 वोट्स से जीत था। उनके प्रतिद्वंदी को सिर्फ 24, 680 वोट हासिल हुए थे।