पाकिस्तान के चीफ जस्टिस बोले- अर्थव्यवस्था से क्रिकेट तक, सुन रहे हैं सिर्फ ‘निराशाजनक’ खबरें
इस्लामाबाद। आर्थिक संकट से गुजरते पाकिस्तान को पिछले दिनों क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत के हाथों एक बार फिर से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारत से मिली हार से पाक का हर नागरिक गमजदा है। पाकिस्तान के मुख्य न्यायधीश आसिफ सईद खोसा को भी देश के वर्तमान माहौल ने काफी निराश कर रखा है। खोसा ने देश के हालातों पर गहरा अफसोस जताते हुए कहा है कि उन्हें राजनीति, अर्थव्यवस्था और क्रिकेट, हर कोने से आजकल सिर्फ उदास करने वाली खबरें मिल रही हैं।
'देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू में'
चीफ जस्टिस खोसा एक कार्यक्रम में मौजूद थे जब उन्होंने यह टिप्पणी की। उन्होंने देश में बढ़ते आय संकट पर चिंता जताई। जस्टिस खोसा ने कहा पिछले दिनों 'राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के आईसीयू' में आने की खबरें आई थीं और यह कोई अच्छी खबर नहीं है। खोसा ने कहा, 'हम अर्थव्यवस्था के बारे में सुनते हैं और हमें बताया जाता है कि या तो यह आईसीयू में है या फिर बिल्कुल अभी आईसीयू से बाहर आई है।' कर्ज में घिरा पाकिस्तान पिछले कई दिनों सेअंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से बेलआउट पैकेज के लिए बात कर रहा है। आईएमएफ की ओर से मिलने वाले बिलियन डॉलर के पैकेज के अलावा पाक की नजरें एशियन डेवलपमेंट बैंक और वर्ल्ड बैंक से मिलने वाले कर्ज पर भी हैं।जस्टिस खोसा ने अपनी टिप्पणी के दौरान सत्ताधार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच जारी तनातनी और नेशनल एसेंबली में दोनों के बीच हुई बहस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'हमें अक्सर संसद से शोर सुनाई देता है और सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष अक्सर ही आपस में बहस करते हैं और कोई किसी को बोलने का मौका ही नहीं देता है। यह वाकई बहुत निराशाजनक है।'
सिर्फ एक जगह से मिलती हैं अच्छी खबरें
इसके बाद उन्होंने कहा, 'हम चैनल बदलते हैं, क्रिकेट वर्ल्ड कप देखते हैं, दुर्भाग्य से फिर एक निराशाजनक खबर सुनने को मिलती है।' खोसा का इशारा इस टिप्पणी के साथ ही भारत पाकिस्तान मैच की तरफ था। इसके बाद उन्होंने आगे कहा, 'हम कोशिश करते हैं और हर तरह की नकारात्मकता से बचने की कोशिश के लिए टीवी ऑन करते हैं, चैनल बदलकर देखते हैं और हमारी टीम मैच हारती हुई दिखती है।' भारत के हाथों करारी हार के बाद पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद खोसा ने कहा कि सिर्फ देश की न्याय व्यवस्था ही पटरियों पर है। खोसा के शब्दों में, 'मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं देश की न्याय व्यवस्था से जुड़ा हूं और यहां से आपको हमेशा अच्छी खबरें सुनने को मिलती रहेंगी।' चीफ जस्टिस खोसा के मुताबिक इस निराशाजनक माहौल में वह इस बात को जानकर काफी खुश हैं कि समाज का सिर्फ एक सेक्टर ही ठीक से परफॉर्म कर रहा है और जहां से अच्छी खबरें आ रही हैं।