पाकिस्तान की सरकार नहीं है ''शरीफ'', लोकतंत्र की जगह तानाशाही का वर्चस्व: मुख्य न्यायाधीश
नई दिल्ली। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस अनवर जहीर जमाली ने अपने ही देश की सरकार के खिलाफ एक अहम बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र के नाम पर मजाक चल रहा है। यहां सिर्फ तानाशाही चल रही है। ये बातें उन्होंने मेट्रो परियोजना से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान कहीं।
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दरअसल, इस परियोजना से कोर्ट ने गंभीर पर्यावरण चुनौतियों की आशंका जताई। उसने सरकार से 24 घंटों के भीतर परियोजना में तकनीकी सलाह देने के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों के नाम सुझाने को कहा है।
जिस मेट्रो लाइन का यहां जिक्र है, वह लाहौर की 11 सांस्कृतिक विरासतों के पास से होकर गुजरने वाली है। लेकिन वहं की पंजाब सरकार इस मामले में जवाब देने में लगातार टालमटोल वाला रवैया अपना रही है।
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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सरकार सही से काम नहीं कर रही है और इसलिए अगर जनता चाहे तो उसे हटा भी सकती है। संविधान के खिलाफ सरकार के काम करने पर उन्होंने चिंता भी जाहिर की।
इसी पर टिप्पणी करते हुए चीफ जस्टिस जमाली ने कहा कि अगर वह कुछ ज्यादा कहेंगे तो बात दूर तक जाएगी। उन्होंने पंजाब सरकार पर लापरवाही करने का भी आरोप लगाया। इससे पहले भी जमाली कुछ राजनीतिक दलों पर आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगा चुके हैं।