PoK के मुजफ्फराबाद में आज पीएम इमरान का कश्मीर को लेकर जलसा, शामिल होंगे पूर्व क्रिकेटर अफरीदी भी
मुजफ्फराबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज पीओके में एक विशाल 'जलसे' को संबोधित करने वाले हैं। जो बात इस बार खास है, वह है पूर्व क्रिकेटर शाहीद अफरीदी की मौजूदगी। अक्सर कश्मीर के मुद्दे पर बयान देने वाले अफरीदी भी इस बार पीओके में हो रही रैली का हिस्सा होंगे। पांच अगस्त को जब से भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया है, यह दूसरा मौका है जब पीओके में इमरान खान किसी रैली को संबोधित करने वाले हैं। 13 सितंबर को होने वाले जलसे के बारे में इमरान ने खुद अपने ट्विटर से जानकारी दी थी। यह बात भी गौर करने वाली है कि शाहिद अफरीदी ने अपने एक बयान में कहा था कि पीएम इमरान को कश्मीर पर बहुत कुछ करने की जरूरत है।
गंभीर की तरह इमेज बनाने की कोशिश
इमरान, शुक्रवार को जो जलसा मुजफ्फराबाद में कर रहे हैं, उसका मकसद कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करना है। अफरीदी ने सभी लोगों से अपील की है कि वे सभी पीएम इमरान के जलसे का हिस्सा बनें और कश्मीर के मसले पर अपनी आवाज उठाएं। 39 वर्षीय अफरीदी ने ट्विटर के जरिए कश्मीर मसले पर अपनी आवाज उठाने के लिए कहा है। अफरीदी ठीक उसी तरह से पाकिस्तान की सरकार के साथ आ रहे हैं जिस तरह से भारत में पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर सरकार से जुड़े हुए हैं। अफरीदी भी कश्मीर मसले पर उतनी ही आक्रामकता से बयान देते हैं जिस तरह से गंभीर। पिछले दिनों दोनों के बीच ट्विटर पर काफी बयानबाजी हुई और गंभीर ने अफरीदी को तो यहां तक कह दिया था कि उन्हें एक मनोचिक्त्सिक की जरूरत है।
हर हफ्ते होगा जलसा
पाक के पीएम इमरान खान पहले ही बोल चुके हैं कि वह कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करेंगे। उन्होंने यूनाइटेड नेशंस से लेकर हर मंच पर इसे उठाने की बात कही थी। ट्विटर पर इमरान ने लिखा, 'पीओके में जलसे का मकसद दुनिया को यह बताना है कि किस तरह से भारत की सेनाएं जम्मू कश्मीर में कब्जा किए हुए हैं लेकिन पाकिस्तान हर पल उनके साथ है।' पाकिस्तान की तरफ से भारत के जम्मू कश्मीर पर आए फैसले को पूरी तरह से गैर-कानूनी करार दिया था। इमरान खान पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि 30 अगस्त से हर हफ्ते कश्मीर के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए इस तरह के जलसे का आयोजन किया जाएगा।
UN में उठा कश्मीर मसला
मंगलवार को यूनाइटेड नेशंस के मानवधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यहां पर कश्मीर का मुद्दा उठाया। कुरैशी ने भारत पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप यहां पर लगाया है। कुरैशी ने अपने संबोधन में बीबीसी की एक रिपोर्ट का जिक्र तक कर दिया है। जो बात सबसे ज्यादा हैरान करने वाली है उसके तहत विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत पर आतंकवाद का सहारा लेकर कश्मीर मसले से दुनिया का ध्यान हटाने की बात कही। कुरैशी ने कहा कि भारत ने कश्मीर को बिल्कुल जेल की तरह कर दिया है। जो बात गौर करने वाली है वह है कि पाकिस्तान के मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर को भारत का राज्य कहकर संबोधित किया है।
भारत ने नकारा पाक का दावा
पाकिस्तान के विदेश विभाग की ओर से दावा किया गया है कि यूएनएचआरसी में जम्मू कश्मीर को लेकर जो बयान दिया गया था, उसे दुनिया के 60 देशों का समर्थन हासिल है। पाकिस्तान ने हालांकि यह नहीं बताया है कि आखिर कौन से 60 देश हैं जो उसके बयान का समर्थन कर रहे हैं। जेनेवा में यूएनएचआरसी सत्र के दौरान पाक के प्रतिनिधिमंडल की ओर से कहा गया कि इन देशों की लिस्ट भारत को सौंप दी जाएगी। हालांकि भारत की तरफ से पाकिस्तान के बयान को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है।