पाकिस्तान में ही हैं आसिया बीबी, विदेश मंत्रालय ने कहा नहीं भेजी गई नीदरलैंड
इस्लामाबाद। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय का कहना है कि क्रिश्यिचन महिला आसिया बीबी जो ईशनिंदा की दोषी थीं और जिन्हें पिछले दिनों पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने रिहा कर दिया था, वह कहीं नहीं गई हैं और जेल में ही हैं। इससे पहले पाकिस्तान की मीडिया की ओर से दावा किया गया था कि आसिया को मुल्तान की जेल से रिहाई दे दी गई है। पाक मीडिया ने कहा था कि आसिया को मुल्तान से रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस लाया गया और यहां से उन्हें नीदरलैंड रवाना कर दिया गया है। हालांकि इस पर पाकिस्तान की पंजाब सरकार की ओर से किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया गया था।
पाक में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन
तहरीक-ए-लाबायक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रवक्ता हाफिज शहबाज अट्टारी की ओर से कहा गया है कि इमरान खान की सरकार ने आसिया बीबी को रिहा किया है क्योंकि इस्लामाबाद में नीदरलैंड के राजदूत ने मुल्तान जेल पहुंचकर आसिया से उनकी रिहाई का वादा किया था। अब उन्हें नीदरलैंड भेजा जा रहा है। हाफिज ने अपनी पार्टी के वर्कर्स को आदेश दिया था कि वह इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इकट्ठा हों और उन्हें देश न छोड़ने दें। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने अपने एतिहासिक फैसले में आसिया को ईशनिंदा के आरोपों से रिहा कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पाकिस्तान में जगह-जगह पर प्रदर्शन हुए थे। टीएलपी और कई दूसरे संगठनों ने देश के बड़े हाइवे और सड़कों को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया था। लाहौर स्थित टीवी न्यूज चैनल की ओर से बताया गया था कि आसिया को मुल्तान में महिलाओं के लिए बनी जेल से आजाद किया गया था।
साल 2010 का मामला
47 वर्ष की आसिया चार बच्चों की मां हैं और साल 2010 में उन्हें ईशनिंदा का दोषी माना गया था। पड़ोसियों के साथ किसी झगड़े में उन पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगा था। आसिया ने खुद को हमेशा ही बेकसूर बताया था लेकिन इसके बाद भी उन्हें आठ वर्षों तक जेल में रहना पड़ा था। इससे पहले इटली की ओर से कहा गया था कि वह पाकिस्तान छोड़ने में आसिया की मदद करने की दिशा में काम कर रहा है। आसिया के पति आशिक मसीह की ओर से चेतावनी दी जा चुकी थी कि आसिया की जिंदगी खतरे में है।