अफगानिस्तान में 16 साल से लड़कर भी अमेरिका नाकाम, पाकिस्तान ने उड़ाया मजाक
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में अमेरिकी नीतियों की नाकामी बताते यूएस मिलिट्री का मजाक उड़ाया है। पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने हाल ही में अफगानिस्तान का दौरा किया था, लेकिन वे काबुल में यूएस मीलिट्री बेस से ना तो बाहर आ सके और ना ही उन्होंने अफगान नेताओं को बातचीत के लिए बंकर्स पर आमंत्रित किया। पाकिस्तान के अनुसार, इससे साबित होता है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सुरक्षा बलों की नीतियां फेल हो चुकी है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अफगानिस्तान की कहानी यह कहती है कि 16 साल तक युद्ध लड़ने के बावजूद भी यूएस फेल हो चुका है। आसिफ ने साथ में यह भी कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ समान समझौतों पर पारदर्शी रिश्ता कायम कर बेहतर संबंध बनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान अमेरिका का साथ देने के लिए तैयार है, लेकिन इसे लेकर देश की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं होगा।
पाकिस्तान के निचले सदन में आसिफ ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वॉशिंगटन कार्रवाई करने लायक खुफिया सबूत देता है, तो इस्लामाबाद अपनी जमीन पर किसी भी आतंकवादी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में पीछे नहीं हटेगा। आसिफ ने पाकिस्तान में आतंकी पनाहगाह के बातों का खंडन किया है।
हालांकि, आसिफ ने कहा कि अगर अमेरिका यह चाहता है कि उनकी लड़ाई लड़ने के लिए हम परदे के पीछे काम करे, यह स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ पूरे जोर से लड़ाई लड़ रहा है और इसका बेहतर परिणाम भी आ रहा है।
बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने काबुल की यात्रा करने के बाद इस्लामाबाद पहुंचे थे, जहां उन्होंने आतंकवाद पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डाला था।
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